कोलकाता: कलकत्ता हाईकोर्ट में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदीग्राम के नतीजे को चुनौती देने के मामले में सुनवाई 24 जून के लिए स्थगित हुई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम विधानसभा के चुनावी नतीजे को कलकत्ता हाईकोर्ट में चुनौती दी थी| कलकत्ता उच्च न्यायालय ने ममता बनर्जी की याचिका पर सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी।
नंदीग्राम से सुवेंदु अधिकारी के चुनाव को अमान्य घोषित करने संबंधी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की याचिका कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी है। बनर्जी के वकील ने न्यायमूर्ति कौशिक चंदा की पीठ के समक्ष शुक्रवार को मामले को पेश किया। न्यायमूर्ति चंदा ने याचिकाकर्ता के वकील को चुनाव याचिका की प्रतियां प्रतिवादियों को देने को कहा और मामले पर अगली सुनवाई के लिए गुरुवार का दिन तय किया।
गुरुवार को पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम सीट से चुनाव हारीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा प्रत्याशी और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी की जीत के खिलाफ कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंच गई थी। ममता ने नंदीग्राम में पूरी चुनाव प्रक्रिया को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
बता दें कि बंगाल में आठ चरणों में हुए चुनाव के बाद दो मई को नतीजे आए थे। इसमें सबकी निगाहें राज्य की हॉट सीट नंदीग्राम पर थी। यहां भाजपा प्रत्याशी और कभी ममता के खास रहे सुवेंदु अधिकारी ने रोमांचक मुकाबले में उन्हें 1,956 वोटों से हरा दिया था। यह बंगाल चुनाव का अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर था।
2 मई को चुनावी नतीजे आने के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि नंदीग्राम की जनता के फैसले को वे स्वीकार करती हैं| लेकिन मतगणना के दौरान गड़बड़ी किए जाने के मसले को लेकर वे कोर्ट जाएंगी, क्योंकि उनके पास जानकारी है कि चुनाव नतीजों के एलान के बाद कुछ मैनिपुलेशंस किए गए, जिसका वे खुलासा करेंगी| दरअसल,'' पहले ममता बनर्जी को जीत घोषित कर दिया गया था, फिर अचानक अधिकारी को जीत घोषित कर दिया गया|माना जा रहा था कि ममता इसे लेकर कोर्ट का रुख कर सकती हैं|
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था,''उन्हें(बीजेपी) 50 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं करना चाहिए था, ये(बीजेपी का 77 सीट जीतना) चुनाव आयोग के योगदान की वजह से है|
ममता बनर्जी ने कहा था,''मुझे एक व्यक्ति का SMS मिला जिसमें नंदीग्राम के रिटर्निंग ऑफिसर ने किसी को लिखा कि अगर वह दोबारा काउंटिग की अनुमति देता है तो उसका जीवन खतरे में पड़ जाएगा। चार घंटे तक सर्वर डाउन रहा, राज्यपाल ने भी मुझे जीत की बधाई दी। अचानक सब कुछ बदल गया|
बता दें कि,'' प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टक्कर देने उनकी ही पार्टी के पूर्व नेता सुवेंदु अधिकारी मैदान में थे। कड़े मुकाबले के बाद सुवेंदु अधिकारी ने 1957 वोट से अपनी सीट बचा ली। इससे पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 1200 वोट से जीतने की खबरें चल रहीं थीं।नंदीग्राम में विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद रोचक रहा|
आखिरी राउंड तक सुवेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प बना रहा। कभी ममता बनर्जी बढ़त बना ले रहीं थीं, तो कभी सुवेंदु अधिकारी आगे निकल जा रहे थे। अंत में 1200 वोटों से ममता बनर्जी के जीतने की खबरें चलने लगी। सोशल मीडिया पर ममता बनर्जी को बधाई देने वालों का तांता लग गया। इसके कुछ घंटे बाद बाजी एक बार फिर पलट गई। फिर पता लगा शाम 6:30 बजे सुवेंदु अधिकारी ने 1957 वोटों से बढ़त बना ली। इसके बाद बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब ने घोषणा की कि नंदीग्राम से भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी 1957 मतों से विजयी हुए हैं।