आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश में एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी गर्भवती पत्नी को तलाक देने का बहाना खोजने के लिए एचआईवी संक्रमित खून का इंजेक्शन लगवाया। महिला ने ताडेपल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि उसके पति ने तलाक लेने के लिए उसे एचआईवी संक्रमित खून का इंजेक्शन लगाया। शिकायतकर्ता आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के ताडेपल्ले की रहने वाली है। शिकायत के आधार पर पति एम. चरण को पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में ले लिया गया|
हाल ही में अस्पताल में हुई जांच में गर्भवती महिला एचआईवी पॉजिटिव निकली थी| इसके बाद महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके पति एम. चरण ने पहले खून का इंजेक्शन लगाया था| गर्भवती महिला का आरोप है कि उसके पति ने एचआईवी से संक्रमित होने के आधार पर तलाक लेने के लिए एक पारंपरिक चिकित्सक की मदद से एचआईवी संक्रमित खून का इंजेक्शन लगवाया है|
उसका यह भी आरोप है कि उसके पति का विशाखापत्तनम की 21 वर्षीय महिला से प्रेम संबंध चल रहा है| शिकायत के मुताबिक पति लगातार उस पर तलाक के लिए दबाव बनाता था और एचआईवी संक्रमित खून का इंजेक्शन लगाता था| महिला ने बताया कि वह लगातार दहेज की मांग और लड़का नहीं होने को लेकर प्रताड़ित करता था| दंपति की एक बेटी है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि चरण उसे तलाक देने के लिए उचित बहाना ढूंढ रहा था और योजना के अनुसार वह उसे झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गया। उसे बताया गया कि खून का इंजेक्शन गर्भावस्था के दौरान अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए था। उसने अपनी शिकायत में कहा कि एक अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के दौरान, वह यह जानकर चौंक गई कि वह एचआईवी पॉजिटिव है।
पुलिस ने कहा कि वे चरण से पूछताछ कर रहे हैं और पीड़िता की मेडिकल जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।