सिद्धार्थनगर: समाजवादी पार्टी के लोगों का व किसानों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद देखने को मिला। मौके का नजारा व हालात पुलिस छावनी में तब्दील रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मुस्तैद दिखे समाजवादी पार्टी के लोगों को व किसानों को समझाने बुझाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हाउस अरेस्ट को लेकर प्रदर्शनकारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। लोगों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की |
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भाजपा सरकार की तानाशाही हिटलर की तानाशाही से भी ज्यादे है। वहीं उग्र किसानों ने एक स्वर में कहा कि कई किसान घायल हैं और कई मरणासन्न अवस्था में है।
उग्र प्रदर्शनकारी ने कहा कि सरकार की तानाशाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। उन लोगों ने यह भी कहा की समाजवादी पार्टी किसानों की सच्ची हितेषी है। समाजवादी पार्टी के लोगों का आवाज दबाने के लिए सरकार नाजायज तरीके से परेशान कर रही है। जोकि कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जिला अधिकारी कार्यालय के सामने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की| सपाइयों का मांग रहा कि उनके मुखिया अखिलेश यादव को छोड़ा जाए।