यूपी के रायबरेली में लगातार हो रही आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाने में खाकी नाकाम साबित हो रही है| आये दिन चोरी लूट व मारपीट की घटनाओं से हलकान पुलिस विभाग में आज उस समय हड़कम्प मच गया जब खेत की रखवाली करने गए एक किसान का शव खून से लथपथ उसके खेत मे ही पड़ा मिला। किसान की मौत की सूचना आग की तरह क्षेत्र में फैल गई और मौके पर ग्रामीणों का हुजूम जमा हो गया।इसी बीच सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुच गई और शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार जिले के गदागंज थाना क्षेत्र के देवगनपुर गांव में आज उस समय सन्नाटा पसर गया जब गांव निवासी बृजलाल यादव का खून से लथपथ शव उनके खेत मे पड़ा मिला। मृतक जानवरो से फसल की रखवाली के लिए कल रात अपने घर से खेत पर आया था और आज जब उसके परिजन खेत पर पहुचे तो उसका शव मिला। किसान की मौत की सूचना से मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। इसी बीच किसी ने मामले की सूचना पुलिस को दी तो मौके पर पहुची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की छानबीन शुरू कर दी। ग्रामीणों की माने तो मृतक की किसी से रंजिश नही थी। वो खेतो में खड़ी फसल रखवाली के लिए रात में खेतों पर ही मौजूद रहता था।
रायबरेली पुलिस ने बताया,''आज करीब 7:30 बजे सुबह थाना गदागंज पर सूचना प्राप्त हुई कि बृजलाल पुत्र रामप्यारे निवासी ग्राम धूता थाना गदागंज रायबरेली (उम्र करीब 55 वर्ष) का शव उनके खेत मे बने मचान के पास मिला है, सिर पर चोट के निशान हैं। प्राप्त सूचना पर तत्काल पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक रायबरेली द्वारा क्षेत्राधिकारी डलमऊ/प्रभारी निरीक्षक गदागंज/फॉरेंसिक टीम/पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है तथा विधिक कार्यवाही करते हुए शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है। साक्ष्य संकलन एवं आवश्यक कार्यवाही की जा रही है तथा घटना के शीघ्र अनावरण हेतु 05 टीमों का गठन किया गया है। प्राप्त तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है। मौके पर कानून-व्यवस्था संबंधी कोई समस्या नहीं है।
बता दें, गदा गंज थाना क्षेत्र के गांव पूरे शिवदत्त, मजरे धुता निवासी बृज लाल यादव (55) के चचेरे भाई ग्राम सभा के प्रधान हैं। रविवार रात बृज लाल खेत की रखवाली करने गए थे। रात में ही बृज लाल यादव की धारदार हथियार से हमलाकर हत्या कर दी गई।
परिजन बासु यादव ने बताया, बृज लाल आवारा पशुओं से खेत को बचाने के लिए यहां रात में रुकते थे। उनका किसी से किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। अब हत्या किसने की, अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है। सुबह जब घर के कुछ लोग चाय-पानी लेकर खेत जा रहे थे तो गांव के लोगों ने घटना की जानकारी दी।
रिपोर्ट-अभिषेक बाजपेयी