पटना: आखिरकार बगावती तेवर अपनाए उपेंद्र कुशवाहा ने आखिरकार नीतीश कुमार को गुडबाय बोल दिया। उन्होंने नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है|उपेंद्र कुशवाहा की नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) होगा| कुशवाहा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे आज से नई शुरुआत करने जा रहे हैं। बता दें,''18 साल में ये तीसरी बार है जब उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश का साथ छोड़ा है। दूसरी बार उन्होंने अपनी नई पार्टी बनाई है। वे 2005 और 2013 में नीतीश का साथ छोड़कर अपनी पार्टी का गठन कर चुके हैं|
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि,''हम लोगों ने तय किया है कि हम नया दल बनाएंगे और हम लोग उस दल के साथ आगे बढ़ेंगे। नई पार्टी का अध्यक्ष मुझे बनाया गया है। पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोक जनता दल है| कुशवाहा ने जदयू के MLC पद छोड़ने की औपचारिकता भी एक-दो दिन के अंदर पूरी करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि'' आज से एक नई राजनीतिक पारी की शुरुआत हो रही है। कुछ को छोड़कर JDU में हर कोई चिंता व्यक्त कर रहा था, निर्वाचित सहयोगियों के साथ बैठकर निर्णय लिया गया। नीतीश कुमार ने शुरुआत में अच्छा किया लेकिन अंत में जिस रास्ते पर वे चले वह उनके और बिहार के लिए बुरा है|
2020 के विधानसभा चुनावों के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू का रुख किया| उन्होंने अपनी पार्टी रालोसपा का जेडीयू में विलय करा दिया| उन्हें जदयू के संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया गया था| उन्हें बिहार विधान परिषद का सदस्य भी बनाया गया|
उपेंद्र कुशवाहा इससे पहले 2013 में जेडीयू से अलग हुए थे और अलग पार्टी बनाई थी| साल 2014 में कुशवाहा एनडीए में शामिल हो गए थे जबकि नीतीश कुमार आरजेडी के साथ चले गए थे|
2014 में उपेंद्र कुशवाहा को तीन लोकसभा सीटें बिहार में मिली थीं और सभी पर जीत हुई थी| कुशवाहा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री भी बनाए गए| साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में कुशवाहा की पार्टी ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन महज़ तीन सीटों पर ही वो खाता खोल पाई थी| 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कुशवाहा एनडीए से अलग हो गए थे|