पटना: बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार सोमवार को बन गई।एनडीए के विधानमंडल दल के नेता चुने जाने के बाद सोमवार को जनता दल (युनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार ने 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है| राज्यपाल फागू चौहान ने नीतीश कुमार को बिहार के नए मुख्यमंत्री के लिए पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
बिहार की नई सरकार में सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री के पद से दूर किया गया| बिहार की नई सरकार में सुशील मोदी के उपमुख्यमंत्री ना बनने के सवाल पर CM नीतीश कुमार ने कहा कि ,''ये भारतीय जनता पार्टी का फैसला है। हमारा गठबंधन है, हम लोग मिलकर काम करते हैं, मिलकर काम करेंगे|
बिहार में सोमवार को सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों की सेवा करते रहे हैं और आगे भी जनता की सेवा करते रहेंगे। राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मिलकर आगे काम करेंगे।
CM नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा का यह फैसला है कि सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया जाए। उनसे (बीजेपी) इस बारे में पूछा जाना चाहिए|
बीजेपी के बिहार चुनाव प्रभारी बनाए गए देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया के बात करते हुए कहा कि हम बहुत खुश हैं, बिहार में बहुत अच्छी जीत NDA को मिली है। आज एक मजबूत सरकार ने जन्म लिया है, अगले 5 साल ये सरकार चलेगी और बिहार को आगे लेकर जाएगी|
वहीं सुशील मोदी के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि सुशील मोदी जी बिल्कुल परेशान नहीं हैं। वह हमारे लिए एक संपत्ति जैसे है। पार्टी उनके बारे में सोचेगी और उन्हें एक नई जिम्मेदारी दी जाएगी।
इस बार डेप्युटी सीएम न बनाए जाने के बाद से ही बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी मायूस नजर आ रहे हैं। उन्होंने सोमवार को खुद ही ट्वीट कर जानकारी दी थी कि मुझे पार्टी ने 40 सालों तक बहुत सम्मान दिया है। लेकिन इस बार सुशील मोदी को बिहार सरकार में जगह नहीं मिली है। उसके बाद से ही सुशील मोदी सार्वजनिक कार्यक्रमों में नजर नहीं आए हैं।
सुशील मोदी ने कहा था कि,''भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे ४० वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया की शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा।आगे भी जो ज़िम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूँगा।कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।