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नोएडा सुपरटेक ट्विन टावर्स ध्वस्त: 800 करोड़ की कुतुब मीनार से भी ऊंची इमारत चंद सेकेंड में ध्वस्त, 3700 किलो बारूद से जमींदोज हुए टावर

  • by: news desk
  • 28 August, 2022
नोएडा सुपरटेक ट्विन टावर्स ध्वस्त:  800 करोड़ की कुतुब मीनार से भी ऊंची इमारत चंद सेकेंड में ध्वस्त, 3700 किलो बारूद से जमींदोज हुए टावर

 Noida Supertech Twin Towers: नोएडा सेक्टर 93ए स्तिथ सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर को आज ढहा दिया गयानोएडा के विवादित ट्विन टावर को गिरा दिया गया है। नोएडा प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर धमाके के बाद जमींदोज हो गए।



100 मीटर से ज्यादा ऊंचाई वाले दोनों टावर को गिरने में सिर्फ 9 से12 सेकेंड का वक्त लगा। ब्लास्ट से पहले करीब 7 हजार लोगों को एक्सप्लोजन जोन से हटाया गया नोएडा पुलिस के 560 से ज्यादा जवान तैनात हैं। इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस भी तैनात की गई थी। ब्लास्ट के बाद इलाके में पॉल्यूशन लेवल मॉनिटर करने के लिए स्पेशल डस्ट मशीन लगाई गई हैं।



ट्विन टावर का आज आखिरी दिन: Live


पानी का छिड़काव

सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराने के बाद आस पास जमे धूल को स्थिर करने के लिए पानी को स्प्रे करने के लिए एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। 



आस-पास के क्षेत्र में धूल के बादल छा गए

उत्तर प्रदेश में सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराने के बाद आस-पास के क्षेत्र में धूल के बादल छा गए|


2:32 PM · Aug 28, 2022: ट्विन टावरों को गिराया गया

नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराया गया। नोएडा के विवादित ट्विन टावर को गिरा दिया गया है।  सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर धमाके के बाद जमींदोज कर दिया गया। नोएडा-ग्रेटर नोएडा हाईवे 2:42 पर आम लोगों के लिए खोल दिया गया। पानी का छिड़काव किया जा रहा है| नोएडा प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे।



सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हैं: सुपरटेक

ट्विन टावरों पर सुपरटेक ने कहा कि,''SC ने तकनीकी आधार पर निर्माण को संतोषजनक नहीं पाया और तदनुसार दोनों टावर को ध्वस्त करने के आदेश जारी किए हैं। हम सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हैं, इसे लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं|



कैनाइन वॉरियर्स को भी लाया गया

नोएडा में ट्विन टावरों के विध्वंस शुरू होने से पहले एनडीआरएफ की टीम अपने अंतिम चरण की तैयारी कर रही है। कैनाइन वॉरियर्स को भी लाया गया है।



महज 9 सेकेंड में 40 मंजिला इमारत हो जाएगी जमींदोज

नोएडा सेक्टर 93ए स्तिथ ट्विन टावर थोड़ी देर मे ध्वस्त होना है, महज 9 सेकेंड में इमारत जमींदोज हो जाएगी। लेकिन ध्वस्त करने के बाद उड़ने वाली धूल अगले तीन से चार दिनों तक लोगों को परेशान कर सकती है। वहीं इससे बचने के लिए बच्चों और बुजुर्गो को मास्क लगाने की जरूरत पड़ेगी।



कॉउन डॉउन..: नोएडा सीपी

नोएडा सीपी आलोक कुमार ने कहा कि,''अभी तक सारी स्थिति सामान्य है। हम पूरी तरह से तैयार हैं और हम कॉउन डॉउन की तरफ बढ़ रहे हैं|




NDRF की टीम पहुंची:

उत्तर प्रदेश: नोएडा सेक्टर 93A में ट्विन टावरों के विध्वंस के क्षेत्र में तैनाती के लिए NDRF की टीम पहुंची। 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम भी यहां तैनात हैं।



9 सेकंड में ट्विन टावर मलबे के ढेर में तब्दील....

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर रविवार दोपहर 2:30 बजे जमींदोज हो जाएंगे।  32 मंजिला एपेक्स (100 मीटर) व 29 मंजिला सियान (97 मीटर) टावर में 3500 किलोग्राम विस्फोटक लगाकर तारों से जोड़ दिया गया है। 9 सेकंड में ट्विन टावर मलबे के ढेर में तब्दील हो जाएंगे।



अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटक लगाने और उन्हें जोड़ने का सारा काम पहले ही पूरा किया जा चुका है| उन्होंने कहा कि केवल ट्विन टावरों को आपस में जोड़ने और संरचनाओं से ‘एक्सप्लोडर’ तक 100 मीटर लंबी केबल तार बिछाने का काम बचा है|



10 साल की लड़ाई के बाद की जीत का आनंद...: याचिकाकर्ता

ट्विन टावर्स के विध्वंस पर RWA अध्यक्ष व एमराल्ड कोर्ट और याचिकाकर्ता  यू.बी.एस. तेवतिया ने कहा कि,''10 साल की लड़ाई के बाद अगर जीत मिलती है तो उसका कितना आनंद आता है वो हर आदमी जानता है। हमने 2012 में हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। विध्वंस के दीर्घकालिक लाभ 3 महीने में दिखाई देंगे|



●ट्रैफिक डायवर्जन के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 99710 09001 जारी किया है।

●ट्विन टावर के पास की 2 सोसायटी में रसोई गैस और बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है

●डीसीपी ट्रैफिक के मुताबिक ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए हैं। एम्बुलेंस भी मौके पर मौजूद हैं

●एक्सप्लोजन जोन में 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग और 4 क्विक रिस्पांस टीम समेत एनडीआरएफ टीम तैनात 


प्राधिकरण को पूरा भुगतान करने के बाद हमने टावर का निर्माण किया था,  हालांकि..: सुपरटेक

ट्विन टावर गिराए जाने से कुछ समय पहले सुपरटेक का बयान आया है।  बयान में कहा गया है कि प्राधिकरण को पूरा भुगतान करने के बाद हमने टावर का निर्माण किया था। हालांकि, माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने तकनीकी आधार पर निर्माण को संतोषजनक नहीं पाया है और दोनों टावरों को ध्वस्त करने के आदेश जारी किए। हम सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हैं और उसे लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने एक विश्व प्रसिद्ध कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग को ध्वस्त का काम सौंपा है, जिनके पास ऊंची इमारतों को सुरक्षित रूप से गिराने में विशेषज्ञता है। हमने करीब 70000 से अधिक लोगों फ्लैट्स तैयार करके दे दिए हैं। बाकि  लोगों को भी निर्धारित समय में दे दिए जाएंगे। 



पूरा इलाका छावनी में तब्दील

नोएडा स्थित ट्विन टावर रविवार को ढाई बजे ध्वस्त हो जाएंगे। लोगों में इसे देखने की उत्सुकता बनी हुई है। ऐसे में कोई अनहोनी ना हो, इसके लिए नोएडा प्रशासन और पुलिस पूरी तरह तैयार है। ट्विन टावर के आसपास का पूरा इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया है।



 सपा के भ्रष्टाचार और अराजकता की नीति का जीवंत प्रमाण है ट्विन टावर : ब्रजेश पाठक

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा पर हमला बोलते हुए लिखा कि नोएडा का सुपरटेक ट्विन टावर समाजवादी पार्टी के भ्रष्टाचार और अराजकता की नीति का जीवंत प्रमाण है। आज मुख्यमंत्री योगी के शासनकाल में सपा के कुकर्मों की प्रतीक यह अवैध इमारत जमींदोज हो रही है। यह है न्याय, यही सुशासन



ट्विन टावरों के नीचे लगाए गए टायर

ट्विन टावरों के नीचे टायर लगाए गए हैं ताकि वाइब्रेशन को कम किया जा सके। वहीं, ऑपरेटर ने स्मॉग गन की तकनीकी जांच की। करीब 5 मिनट तक चलाकर की देखी भी। छिड़काव के लिए शोधित जल के टैंकर तैयार हैं।



आस-पास की सोसायटियों में एलपीजी और बिजली आपूर्ति ठप

नोएडा ट्विन टावरों को गिराने से पहले आसपास की सोसायटियों में रसोई गैस और बिजली की आपूर्ति काट दी गई है। 



विध्वंस स्थल पर स्पेशल डस्ट मशीन लगाई है

नोएडा के ट्विन टावरों को आज गिराया जाएगा। विध्वंस के बाद प्रदूषण स्तर की निगरानी के लिए विध्वंस स्थल पर स्पेशल डस्ट मशीन लगाई गई है।



आज दोपहर 2:30 बजे नोएडा में बने ट्विन टावर गिरा दिए जाएंगे

आज दोपहर 2:30 बजे नोएडा में बने ट्विन टावर गिरा दिए जाएंगे। 100 मीटर से ज्यादा ऊंचाई वाले दोनों टावर गिरने में सिर्फ 12 सेकेंड का वक्त लगेगा। सुबह 7 बजे आसपास की सोसाइटी में रहने वाले करीब 7 हजार लोगों को एक्सप्लोजन जोन से हटा दिया गया। अब ट्विन टावर के पास किसी को जाने की इजाजत नहीं है।  ट्विन टावर के पास अभी सिर्फ पुलिस है| डेढ़ किलोमीटर के दायरे में सभी को हटा दिया जाएगा। सिर्फ डिमोलिशन करने वाली टीम मौजूद रहेगी।



विस्फोट से ठीक पहले एक्सप्रेस-वे को बंद किया जाएगा

सेंट्रल नोएडा DCP राजेश एस ने कहा कि,''लगभग 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम और NDRF की टीम तैनात है। ट्रैफिक डायवर्जन प्वाइंट सक्रिय हैं। विस्फोट से ठीक पहले दोपहर करीब 2.15 बजे एक्सप्रेस-वे को बंद किया जाएगा|



ब्लास्ट के लिए इमरजेंसी रूट

नोएडा ट्रैफिक के DCP ने कहा कि,''ब्लास्ट के लिए इमरजेंसी रूट बनाया है ताकि इमरजेंसी होने पर ग्रीन कॉरिडोर से ले जाया जा सके। सब कुछ सेट है तो कोई दिक्कतें नहीं आएंगी। सुरक्षा की पूरी व्यवस्था है। हमने पहले से ही डायवर्जन शेयर किया था इसलिए ट्रैफिक की भी कोई दिक्कत नहीं है|



ट्रैफिक एडवाइजरी/डायवर्जन प्लान: पुलिस आयुक्त गौतम बुद्ध नगर

उच्चतम न्यायालय भारत द्वारा एस०एल०पी० (सी) संख्याः 11959/2014 दिनांक 31.08.2021 में पारित आदेश के अनुपालन के क्रम में गुरप हाउसिंग भूखण्ड संख्या-जीएच-04, सैक्टर 93 नोएडा पर निर्मित 32 मंजिले टावर संख्या-टी-16 व टी-17 का सुरक्षित ध्वस्तीकरण किया जाना है।


सुरक्षित ध्वस्तीकरण हेतु मैसर्स एडिफाइस इंजीनियरिंग, यूनिट नं0-123/124, न्यू अपोलो इंडस्ट्रीयल एस्टेट, मोगरा लेन, अन्धेरी (ईस्ट) मुम्बई को नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा अनुबन्धित किया गया है, जिसके द्वारा दिनांक 28.08.2022 को समय 14:30 बजे टावर टी-16 व टी-17 का सुरक्षित ध्वस्तीकरण किया जाना प्रस्तावित है। 



उपरोक्त दोनों टावर के ध्वस्तीकरण के दौरान आमजन की सुरक्षा एवं सुचारू यातायात व्यवस्था हेतु यातायात पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा कुछ मार्गों पर प्रतिबन्ध, डायवर्जन व ध्वस्तीकरण में सम्मिलित/रिपोर्टिग हेतु पार्किंग के साथ कन्टीजेन्सी मार्ग की व्यवस्था निम्नानुसार की जायेगी



(अ) पूर्ण प्रतिबन्धित मार्ग (दिनांक 28.08.2022 को समय प्रातः 07:00 बजे से समाप्ति/सामान्य होने तक)

1- एटीएस तिराहा से गेझा फल/सब्जी मण्डी तिराहा तक मार्ग। 2- एल्डिको चौक से सैक्टर 108 की ओर डबल मार्ग व सर्विस रोड। 3- श्रमिक कुंज चौक से सैक्टर 92 रतिराम चौक तक डबल मार्ग। 4- श्रमिक कुंज चौक से सैक्टर 132 की ओर फरीदाबाद फ्लाई ओवर। 5- सैक्टर 128 से श्रमिक कुंज चौक तक फरीदाबाद फ्लाई ओवर।



(ब) टावर टी-16 व टी-17 सैक्टर 93 के सुरक्षित ध्वस्तीकरण के दौरान अल्प समय के लिए नोएडाग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर यातायात डायवर्जन (दिनांक 28.08.2022 को समय 14:15 बजे से सामान्य होने तक):

1- नोएडा से ग्रेटर नोएडा/यमुना एक्सप्रेस-वे की ओर जाने वाले यातायात को महामाया फ्लाई ओवर से सैक्टर 37 की ओर डायवर्ट किया जायेगा। यह यातायात सिटी सैन्टर, सैक्टर 71 होकर गन्तव्य की ओर जायेगा।

 2- नोएडा से ग्रेटर नोएडा/यमुना एक्सप्रेस-वे की ओर जाने वाले यातायात को फिल्मसिटी फ्लाई ओवर से एलीवेटेड रोड की ओर डायवर्ट किया जायेगा। यह यातायात एलीवेटेड रोड होकर सैक्टर 60, सैक्टर 71 होकर गन्तव्य की ओर जायेगा। 

3- नोएडा से ग्रेटर नोएडा/यमुना एक्सप्रेस-वे की ओर जाने वाले यातायात को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे व सर्विस रोड को फरीदाबाद फ्लाई ओवर से पहले सैक्टर 82 कट के सामने पूर्ण बन्द किया जायेगा। यह यातायात गेझा तिराहा, फेस-2 होकर गन्तव्य की ओर जायेगा। 

4- ग्रेटर नोएडा से नोएडा/दिल्ली की ओर जाने वाले यातायात को परीचौक से सूरजपुर की ओर डायवर्ट किया जायेगा। यह यातायात सूरजपुर, यामाहा, फेस-2 अथवा बिसरख, किसान चौक होकर गन्तव्य की ओर जायेगा।

5- यमुना एक्सप्रेस-वे/ग्रेटर नोएडा से नोएडा/दिल्ली की ओर जाने वाले यातायात को यमुना एक्सप्रेस-वे के ऊपर जीरो प्वाईंट से परीचौक की ओर डायवर्ट किया जायेगा। यह यातायात परीचौक, सूरजपुर, यामाहा, फेस-2 अथवा बिसरख, किसान चौक होकर गन्तव्य की ओर जायेगा। 

6- यमुना एक्सप्रेस-वे/ग्रेटर नोएडा से नोएडा/दिल्ली की ओर जाने वाले यातायात को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे व सर्विस रोड सैक्टर 132 के सामने पूर्ण बन्द किया जायेगा। यह यातायात सैक्टर 132 के अन्दर से होकर पुस्ता रोड से गन्तव्य की ओर जायेगा।



(स) अन्य यातायात डायवर्जन (दिनांक 28.08.2022 को समय प्रातः 07:00 बजे से समाप्ति/सामान्य होने तक):

1- एनएसईजेड की ओर से एल्डिको चौक से सैक्टर 108 की ओर जाने वाले यातायात को एल्डिको चौक से पंचशील अण्डरपास की ओर डायवर्ट कर गन्तव्य की ओर भेजा जायेगा। 

2- एनएसईजेड, सैक्टर 83 की ओर से आकर सैक्टर 92 चौक से श्रमिक कुंज की ओर जाने वाले यातायात को एल्डिको चौक से पंचशील अण्डरपास की ओर डायवर्ट कर गन्तव्य को भेजा जायेगा। 

3- सैक्टर 105 की ओर से आकर श्रमिक कुंज सैक्टर 93 चौक से सैक्टर 92 की ओर जाने वाले यातायात को सैक्टर 108 चौक से गेझा तिराहा की ओर डायवर्ट कर गन्तव्य को भेजा जायेगा। 

4- हाजीपुर, सैक्टर 105, 108 से एल्डिको चौक होकर सैक्टर 83, एनएसईजेड फेस-2 की ओर जाने वाले यातायात को सैक्टर 105 व सैक्टर 108 चौक से गेझा तिराहा की ओर गन्तव्य की ओर भेजा जायेगा। 

5- सैक्टर 82, श्रमिक कुंज से फरीदाबाद फ्लाई ओवर का प्रयोग कर सैक्टर 132 की ओर जाने वाला यातायात को सैक्टर 108 यू-टर्न से सैक्टर 108, 105 की ओर डायवर्ट कर गन्तव्य को भेजा जायेगा।

 6- सैक्टर 132 की ओर से आकर फरीदाबाद फ्लाई ओवर का प्रयोग कर सैक्टर 82 की ओर जाने वाला यातायात फ्लाई ओवर से पूर्व सैक्टर 128 की ओर डायवर्ट कर गन्तव्य को भेजा जायेगा। 

7- सभी डायवर्जन बिन्दुओं से इमरजेन्सी वाहनों एम्बुलेन्स आदि को सकुशल पास कराया जायेगा। 

8- यातायात असुविधा उत्पन्न होने पर यातायात हेल्प लाइन नम्बर 9971009001 पर सम्पर्क किया जा सकता है।




(द) पार्किंग व्यवस्थाः

1- ओवी वैन पार्किंग फरीदाबाद फ्लाई ओवर के नीचे व सैक्टर 128 से 93 की ओर उतरने वाले फरीदाबाद फ्लाई ओवर लूप के बराबर में ग्राउण्ड तथा मीडिया बन्धुओं के वाहनों की पार्किंग श्रमिक कुंज रेड लाईट के कोने पर सैक्टर 108 की ओर होगी। 

2- पुलिस/प्रशासनिक अधिकारीगण के वाहनों को सैक्टर 132 सर्विस रोड पर कांच वाली बिल्डिंग की पार्किंग में होगी। 

3- रिजर्व/इमरजेन्सी पार्किंग सैक्टर 108 के पास खाली ग्राउण्ड में रहेगी। 

4- फायर सर्विस/एम्बुलेन्स वाहन सैक्टर 93 एल्डिको चौक व श्रमिक कंज चौक सैक्टर 93 पर होगी।

 5- टावर के आस-पास एटीएस विलेज. सपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसायटी में रहने वाले निवासी अपने वाहनों को बॉटनिकल गार्डन मल्टीलेवल पार्किंग एवं नया बस अडडा सैक्टर 82 में पार्क कर सकते है।


(च) सेफ अस्पताल हेतु आकस्मिक स्थिति में कन्टीजेन्सी मार्गः

1- आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेन्स, फायर सर्विस व अन्य इमरजेन्सी वाहनों के लिए कन्टीजेन्सी मार्ग सैक्टर 93 टावर से सैक्टर 92 रतिराम चौक या एल्डिको चौक से फेलिक्स अस्पताल सैक्टर 137 तक। 

2- आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेन्स, फायर सर्विस व अन्य इमरजेन्सी वाहनों के लिए कन्टीजेन्सी मार्ग सैक्टर 93 टावर से श्रमिक कंज चौक या एटीएस चौक से यथार्थ अस्पताल सैक्टर 110 तक। 

3- आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेन्स, फायर सर्विस व अन्य इमरजेन्सी वाहनों के लिए कन्टीजेन्सी मार्ग सैक्टर 93 टावर से फरीदाबाद फ्लाई ओवर से जेपी अस्पताल सैक्टर 128 तक।

(छ) हैल्पलाइन एवं क्रेन व्यवस्थापन

1- यातायात असुविधा उत्पन्न होने पर यातायात हेल्पलाइन नम्बर 9971009001 पर सम्पर्क कर सकते है। वाहनों के मार्ग पर खडे होने की स्थिति में यातायात पुलिस के पास उपलब्ध 06 क्रेनों को टावर के आस-पास यातायात व्यवस्थापन/संचालन हेतु भिन्न-भिन्न मार्गों पर व्यवस्थापित किया जायेगा, जो आवश्यकतानुसार कार्य करेगी। असुविधा से बचने हेतु वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करे।





नोएडा सुपरटेक ट्विन टावर्स का आज आखिरी दिन

उत्तर प्रदेश पुलिस ने सेक्टर 93ए नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स के आसपास के क्षेत्र को खाली करने की घोषणा की। सेक्टर 93ए के तहत नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स को आज दोपहर 2:30 बजे ध्वस्त कर दिया जाएगा। दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंची 100 मीटर की इन इमारतों को गिराने के लिए 37,00 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा|





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सभी तैयारियां कर ली गई

नोएडा ट्विन टावर पर नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने कहा,''सभी तैयारियां कर ली गई हैं, हम पिछले 6 महीने से इस पर कार्य कर रहे थे। यहां के स्थानीय लोगों से बात हुई है। सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम किए गए हैं। दमकल की गाड़ियां भी मौजूद रहेंगी|



धूल से निपटने के लिए स्मोक गन, स्प्रिंकलर इन सब चीज़ों को इस्तेमाल होगा: BJP विधायक

नोएडा ट्विन टावर पर BJP विधायक पंकज सिंह ने कहा, मेरी यहां के निवासियों से बात हुई है क्योंकि यह बिल्डिंग ट्विन टावर के काफी नज़दीक है तो उस धमाके से किसी तरह का असर न हो उसकी जानकारी यहां के लोगों को दी गई है। अथॉरिटी के लोग भी थे और उन्होंने यहां के निवासियों के सवालों के जवाब दिए हैं| धूल से निपटने के लिए स्मोक गन, स्प्रिंकलर इन सब चीज़ों को इस्तेमाल होगा। यह एक बड़ी घटना है और स्वाभाविक रूप से सरकार, शासन, प्रशासन इसको काफी नज़दीक से देख रहे हैं|



...ज़मीन पर प्लेट्स लगा दी हैं: इंजीनियर जिगर छेड़ा 

नोएडा ट्विन टावर पर एडिफिस इंजीनियर जिगर छेड़ा ने कहा,गैल की पाइपलाइन ज़मीन से तीन मीटर अंदर है और वह 4 रिक्टर स्केल वाले भूकंप को सह सकती है लेकिन फिर भी हमने सावधानी के लिए ज़मीन पर प्लेट्स लगा दी हैं। इसकी वजह से गैल की पाइपलाइन को कोई नुकसान नहीं आएगा| नोएडा अथॉरिटी ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आसपास के लोगों का डर स्वाभाविक है लेकिन हमने उसके लिए सारी सावधानियां बरती हैं। हम उनको बस यही बोलना चाहेंगे कि दुनिया की सबसे अच्छी टीम काम कर रही है और सब चीज़ अच्छे से होगी|





10 मंजिल की इजाजत, 40 मंजिल के दो नए टावर बना दिए
2004 में नोएडा अथॉरिटी ने सुपरटेक को हाउसिंग सोसाइटी बनाने के लिए प्लॉट अलॉट किया था। 2005 में बिल्डिंग प्लान मंजूर हुआ। इसमें 10 मंजिल के 14 टावर बनाने की इजाजत थी। 2006 में सुपरटेक ने प्लान में बदलाव कर 11 मंजिल के 15 टावर बना लिए। नवंबर 2009 में प्लान फिर बदलकर 24 मंजिल के दो टावर शामिल कर लिए गए। मार्च 2012 में 24 मंजिल को बढ़ाकर 40 कर लिया। जब रोक लगी, तब तक इनमें 633 फ्लैट बुक हो चुके थे।



हाई कोर्ट ने 8 साल पहले ट्विन टावर गिराने का आदेश दिया
टावर से सटी एमरेल्ड गोल्ड सोसाइटी के रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन प्रेसिडेंट उदयभान सिंह तेवतिया ट्विन टावर का मामला कोर्ट में ले गए थे। उन्होंने 2012 में अवैध निर्माण के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। हाई कोर्ट ने 2014 में ट्विन टावर को अवैध घोषित कर गिराने का आदेश दिया। कहा कि जिन लोगों ने यहां फ्लैट बुक किए हैं, उन्हें 14% ब्याज के साथ उनका पैसा लौटाया जाए।



सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2021 में टावर गिराने का आदेश दिया
सुपरटेक बिल्डर ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहराया और 31 अगस्त 2021 को आदेश दिया कि तीन महीने के अंदर यानी नवंबर 2021 को टावर गिरा दिए जाएं। नोएडा अथॉरिटी ने कोर्ट में कहा कि 22 मई 2022 तक ये काम कर लिया जाएगा। आखिर में इसकी तारीख 28 अगस्त 2022 तय हुई। 



गिराने के लिए दो कंपनियों से करार, इनमें एक साउथ अफ्रीका की
टावर गिराने का काम भारत की एडिफाइस और साउथ अफ्रीका की कंपनी जेट डिमोलिशन को मिला। जेट कंपनी को मुश्किल डिमोलिशन के 5 अवार्ड मिल चुके हैं। वह जोहान्सबर्ग में 108 मीटर ऊंची बैंक ऑफ लिस्बन की बिल्डिंग, साउथ अफ्रीका में ही एक पावर स्टेशन और राजधानी प्रिटोरिया में घनी आबादी में बने 14 मंजिला ट्विन टावर गिरा चुकी है। एडिफाइस भी गुजरात का ओल्ड मोटेरा स्टेडियम गिरा चुकी है।



एडिफाइस के डायरेक्टर उत्कर्ष माहेश्वरी के मुताबिक, सुपरटेक का एक टावर 29 और दूसरा 32 मंजिला है। दोनों टावरों में 9800 छेद किए गए। हर छेद में करीब 1400 ग्राम बारूद डाला गया। कुल 3700 किलो बारूद इस्तेमाल हुआ। इसमें 325 किलो सुपर पावर जेल, 63,300 मीटर सोलर कार्ड, सॉफ्ट टयूब, जिलेटिन रॉड, 10,900 डेटोनेटर और 6 IED शामिल हैं। इस पर करीब 17.55 करोड़ रुपए खर्च हुए। यह खर्च भी सुपरटेक से ही लिया जाएगा।




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