नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि,'' कुछ स्वार्थी लोगों ने ग्रंथों में जानबूझ कर गलत तथ्य जोड़े हैं, जबकि कुछ ग्रंथ गुम हो गए हैं। उन्होंने कहा कि ,''हमारे यहां पहले ग्रंथ नहीं थे, मौखिक परंपरा से चलता आ रहा था। बाद में ग्रंथ इधर-उधर हो गए और कुछ स्वार्थी लोगों ने ग्रंथ में कुछ-कुछ घुसाया जो गलत है। उन ग्रंथों, परंपराओं के ज्ञान की फिर एक बार समीक्षा जरूरी है..|
मोहन भागवत ने गुरुवार को नागपुर में कहा कि,'' च्वॉइस हमारा है और हिंदू धर्म च्वॉइस सिखाने वाला धर्म है। यह संतुलन देने वाला धर्म है। हमारा धर्म विज्ञान के अनुसार चलता है और विज्ञान को इंसान के लिए लाभकारी होने के लिए उस धर्म की आवश्यकता है, इसलिए विज्ञान सामने लाना हमारी परंपराओं में है।"
उन्होंने कहा कि "दुनिया के हर विषय में हमारे पास हमारे पूर्वजों का किया कुछ न कुछ है, वो परंपरा से चलते आए। पहले हमारे यहां ग्रंथ नहीं थे, मौखिक परंपरा से चलता आ रहा था। बाद में ग्रंथ इधर-उधर हो गए और कुछ स्वार्थी लोगों ने ग्रंथ में कुछ-कुछ घुसाया जो गलत है। उन ग्रंथों, परंपराओं के ज्ञान की फिर एक बार समीक्षा जरूरी है।"
अब कोई भाजपाई मोहन भागवत पर सवाल क्यों नहीं खड़े कर रहा?: सपा
समाजवादी पार्टी (सपा ) ने मोहन भागवत के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि " अब कोई भाजपाई ,कोई योगी ,कोई मोदी ,कोई कथित धर्मरक्षक ,साधु संत महात्मा मोहन भागवत पर सवाल क्यों नहीं खड़े कर रहा ? | ट्वीट कर सपा ने लिखा,''संघ प्रमुख मोहन भगवान जी ने अब ग्रंथों पर सवाल उठा दिए हैं| इशारों इशारों में तुलसीदास जी पर भी सवाल उठा रहे| इससे पहले भागवत जी पंडितों के बारे में भी बोल चुके हैं| अब कोई भाजपाई ,कोई योगी ,कोई मोदी ,कोई कथित धर्मरक्षक ,साधु संत महात्मा मोहन भागवत पर सवाल क्यों नहीं खड़े कर रहा ?