मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में लुटेरे आत्मसमर्पण करने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। दोनों हाथों में तख्ती पकड़े हुए थे, जिस पर लिखा था 'हमें बचा लो, पुलिस हमारा एनकाउंटर कर देगी, हम लुटेरे हैं..हमें जेल भेज दो।' पुलिस ने तत्काल दोनों को हिरासत में लेते हुए पूछताछ शुरू कर दी, जिसमें आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल करते हुए जेल भेजने के लिए कहा।
SP अशोक कुमार राय ने बताया, "पिछले महीने एक लूट की घटना हुई थी और अपराधी ने 1 लाख से अधिक रुपए लूटे थे। इसके मद्देनज़र निगरानी टीम अपराधी का पीछा कर रही थी,इन्होंने उससे बचने के लिए आत्मसमर्पण किया है।"पूछताछ में पता किया जाएगा कि ये लोग वही है कि नहीं? उसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी|
बता दें किशनी थाना क्षेत्र में 29 मार्च को सुनील कुमार और उनकी पत्नी कुसुमा देवी से लूट की वारदात को उस समय अंजाम दिया गया, जब वे दोनों साइकिल के गांव वापस जा रहे थे। दंपती बैंक से 1.38 लाख की नकदी निकालकर लाए थे। लुटेरों ने साइकिल सवार पति-पत्नी से नकदी से भरा थैला छीना और फरार हो गए।
इस घटना के खुलासे के लिए सर्विलांस टीम गठित की गई थी। जांच में दो लुटेरे प्रमोद पुत्र मेहताब निवासी कानपुर देहात और सतीश पुत्र मुलायम गांव बेला औरैया का नाम सामने आया था। पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू कर दी थी। दोनों लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही थी।
पुलिस के डर से आज दोनों लुटेरे खुद की सरेंडर करने पहुंच गए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दंपती से लूटी गई रकम में से डाउन पेमेंट करके एक पल्सर मोटर साइकिल निकाल ली, जबकि कुछ पैसे अपने परिवार को दिए और कुछ खर्च कर लिए।