लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में विधायकों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां पर सरकार के इशारे पर द्वेष भावना से लगाए जा रहे झूठे और फर्जी मुकदमों को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा है।
राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में समाजवादी पार्टी ने कहा कि, हम समाजवादी पार्टी के विधायकगण आपके संज्ञान में यह तथ्य लाना चाहते है कि भाजपा सरकार पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक आजम खां के प्रति बदले की भावना से काम करने के लिए सत्ता का दुरूपयोग कर रही है।
पार्टी ने कहा कि,आजम खां के खिलाफ रामपुर में करीब-करीब रोज ही फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे है। फर्जी आरोपों से उन्हें अपमानित करने का दुष्प्रयास किया जा रहा है। न केवल उन्हें अपितु उनके विधायक बेटे तथा पूर्व सांसद उनकी पत्नी को भी प्रताड़ित करने की कोशिशें हो रही है।
समाजवादी पार्टी ने आगे कहा कि, जौहर विश्वविद्यालय के जिस भवन से आलिया मदरसे की चोरी गई किताबों की बरामदगी दिखाई जा रही है कोविड काल में जिला प्रशासन द्वारा उसका प्रयोग अस्पताल के रूप में किया जा रहा है।
पार्टी ने कहा कि,आप (गवर्नर आनंदीबेन पटेल) इस तथ्य से अवगत होगी कि माँ आजम खां प्रदेश के सम्मानित वरिष्ठ नेता है। 10 बार विधायक,सांसद और कई बार कैबिनेट मंत्री के पद पर रह चुके हैं। उनके खिलाफ भाजपा सरकार बनने के साथ ही साजिशें होने लगी हैं तथा उनके जौहर विश्वविद्यालय को भी ध्वस्त किए जाने की आशंका है। अतः आपसे अनुरोध है कि मौ0 आजम खां साहब को न्याय दिलाने में अपने संवैधानिक पद के दायित्व का निर्वहन करने का कष्ट करें।
अखिलेश यादव के साथ प्रतिनिधिमण्डल में माननीय विधायकगणों में मनोज कुमार पारस, शाहिद मंजूर, मौहम्मद फहीम इरफान, रविदास मेहरोत्रा, कमाल अख्तर, नवाब जान, हाजी नासिर हुसैन, जियाउर्रहमान, इकबाल महमूद, रामअचल राजभर, दुर्गा प्रसाद यादव सहित शहनवाज खान सदस्य विधान परिषद शामिल रहे।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि, NCRB और महिला आयोग के आंकडों के हिसाब से महिलाओं के ऊपर उत्पीड़न उत्तर प्रदेश में हो रहा है। मुरादाबाद में कैसे एक महिला को नग्न करके दौड़ाया गया। राज्य में क़ानून व्यवस्था ठप हो चुकी है और नेताओं पर झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं|