●जस्ट डायल से निकाला था आवेदन करने वालों का डाटा
●ईमेल से भेजते थे ऑफर लेटर व इंटरव्यू डेट
● किदवई नगर के युवक से 45 हजार रुपये ठग लिए
कानपुर: विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो शातिरों को क्राइम ब्रांच की टीम ने दबोच लिया। शातिर अभियुक्तों के पास से फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र और कई कूटरचित दस्तावेज बरामद हुए हैं। पुलिस पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ विधिक कार्रवाई कर रही है।
पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान 1. राहुल गंगवार पुत्र प्रेमपाल निवासी भवरका थाना कैमरी जिला रामपुर और 2. नीतीश गंगवार पुत्र शिशुपाल नि. ग्राम बिसालपुर थाना शीशगढ़ जिला बरेली के रूप में हुई।
घटनाक्रम के मुताबिक किदवई नगर निवासी वादी द्वारा विभिन्न वेबसाइटों पर नौकरी हेतु अपने रिज्यूम को अपलोड किया गया थाजहाँ से फ्रॉड करने वाले शातिरों को वादी के बारे में सारी जानकारी मिल गई। दिनांक 1 जून 2022 को वादी के मेल पर अभियुक्तों ने आईएमआर सर्विसेज नाम से मेल किया तथा सिंगापुर में नौकरी के नाम पर वादी से दस्तावेज लेना प्रारंभ कर दिया। दस्तावेज लेने के बाद वादी को कॉल किया गया तथा आगे से सभी कम्युनिकेशन ईमेल व कॉल के माध्यम से की गई जिसके बाद वादी से व्हाट्सएप चैटिंग शुरू की गई जिससे वादी को प्रोफेशनल तरीके से नौकरी में हायर करने के लिए इंटरव्यू के तथा अन्य नियम बताए गए।
वादी का इंटरव्यू जब हुआ उस समय दस्तावेज प्राप्त करने के उपरांत वादी को इंटरव्यू के 2 पैनल बताए गए थे जिसमें फर्स्ट राउंड में वादी का टेलीफोनिक इंटरव्यू लिया गया था। जिसके बाद प्रोफेशनल तरीके से स्काइप एप्प से दूसरा इंटरव्यू लिया गया था।
वादी को झांसे में लेने के लिए अभियुक्तों द्वारा वादी का फर्जी कॉल लेटर, नौकरी के प्रपत्र आदि दिए गए थे। टेलिफोनिक इंटरव्यू के बाद वादी से विजा प्रोसेस के नाम पर फर्स्ट पेमेंट ली गई थी जिसके बाद वादी से बारबार अलग-अलग किस्तों में मेडिकल, ऑफिस क्लीयरेंस आदि के नाम पर कई बार वादी से पैसे लिए गए।
वादी को एक महीने बाद नौकरी के लिए बताया गया था लेकिन फिर भी जब बार-बार इसको टालने पर वादी को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ तब वादी ने तुरंत क्राइम ब्रांच स्थित साइबर सेल में संपर्क किया तथा अपने साथ घटित पूरी घटना की जानकारी दी तथा जो फर्जी दस्तावेज अभियुक्तों द्वारा दिए गए थे उन्हें उपलब्ध कराया जिसके उपरांत क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने इसे गंभीरता से लेकर इसकी जांच शुरू की तथा अभियुक्तों को ट्रेस किया गया। अभियुक्तों के पास से कई कूटरचित दस्तावेज बरामद हुए हैं।