दौसा/मथुरा: 7 साल पहले मर चुकी महिला राजस्थान के दौसा में जिंदा मिली। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार किया। उत्तर प्रदेश पुलिस जिंदा मिली आरती को अपने साथ मथुरा ले आई। आरती के मर्डर मामले में उसका पति सोनू सैनी और उसके दोस्त गोपाल सैनी ने 2 साल जेल में बिताए हैं। SHO मेहंदीपुर अजीत सिंह बडेसरा ने बताया, "हमें इस महिला का शव 2015 में मिला था जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने महिला का अज्ञात शव मानते हुए दाह संस्कार कर दिया था।"
उस महिला के तथाकथित पिता ने उसको अपनी बेटी होने का दावा किया था। उसने दो व्यक्ति पति सोनू सैनी (32) और उसके दोस्त गोपाल सैनी पर इसका आरोप लगाया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उस समय इन दोनों को गिरफ़्तार किया था। इन लोगों को 2 साल बाद जमानत मिली थी। इनको बाद में पता चला कि वह महिला जीवित है|
SHO मेहंदीपुर अजीत सिंह ने कहा,'जमानत मिलने के बाद यह दोनों 4 दिन पहले आए और पूरा प्रकरण बताया और मामले में जांच की। हमने UP STF से बात की और पूरा मामला बताया और उनकी टीम इन दोनों को लेकर उस महिला के पास ले गई। महिला ने अपना गुनाह क़बूल किया है। महिला के पिता को इसके जीवित होने की सूचना थी|
दरअसल, यह मामला 2015 का है| सोनू सैनी दौसा में धर्मशाला के पास एक दुकान पर काम करता था। इसी दौरान यूपी के मथुरा की रहने वाली आरती अपने पिता सूरज प्रसाद के साथ घूमने आई थी। वहीं आरती से जान-पहचान हो गई और नंबर एक्सचेंज हो गए। करीब 20 दिन बाद आरती अकेले बालाजी आई और दुकान पर पहुंच गई। उसने सोनू से प्यार का इजहार किया और शादी की इच्छा जताई। दोनों ने सहमति से बांदीकुई कोर्ट जाकर 8 सितंबर 2015 को कोर्ट मैरिज कर ली। फिर साथ-साथ रहने लगे|
शादी के कुछ दिन बाद आरती लापता हो गई| सोनू ने आरती को जयपुर, भरतपुर, अलवर, दौसा व महुवा क्षेत्र में काफी तलाश किया। कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद वह मेहंदीपुर बालाजी में एक दुकान पर काम करने लगा।
आरती के लापता होने के बाद उसके पिता सूरज प्रसाद ने मथुरा के वृंदावन कोतवाली थाने में 25 सितंबर 2015 को गुमशुदगी दर्ज करवाई।रिपोर्ट में सोनू सैनी निवासी रसीदपुर, भगवान उर्फ गोपाल सैनी निवासी उदयपुरा व अरविन्द पाठक निवासी अलवर के नाम का भी जिक्र किया। कुछ दिन बाद वृंदावन में एक नहर में एक 35 वर्षीय अज्ञात महिला की डेडबॉडी मिली थी|
पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करवाने वाले आरती के पिता सूरज प्रसाद से शव की पहचान करवाई। सूरज प्रसाद ने शव की शिनाख्त बेटी के रूप में कर दी। उसने शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। उसके बाद आरती के पिता सूरज प्रसाद ने वृंदावन में सोनू सैनी और गोपाल सैनी पर हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवा दिया|
इस पर यूपी की वृंदावन पुलिस दौसा आई और दोनों आरोपियों को आरती की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया|वो चिखत चिल्लाते रहे लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी| पुलिस ने सोनू व गोपाल उर्फ भगवान सिंह को 302 का आरोपी मानते हुए चार्जशीट पेश कर दी। सोनू सैनी और गोपाल सैनी करीब ढाई से तीन साल तक जेल में रहे और बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट से दोनों को जमानत मिल गई ।जमानत पर बाहर आने के बाद पीड़ितों ने की पड़ताल तो महिला आरती दौसा के विशाला गांव में जिंदा मिली|