Ram Bahal Chaudhary,Basti
Share

ऐसे व्यक्ति को सरकार से बाहर करें, क्षमा मांगने के लिए कहें: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के “रामचरितमानस- नफरत फैलाने वाला ग्रंथ” बयान पर कुमार विश्वास का सीएम/ डिप्टी सीएम से अनुरोध

  • by: news desk
  • 12 January, 2023
ऐसे व्यक्ति को सरकार से बाहर करें, क्षमा मांगने के लिए कहें: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के “रामचरितमानस- नफरत फैलाने वाला ग्रंथ” बयान पर कुमार विश्वास का सीएम/ डिप्टी सीएम से अनुरोध

नई दिल्ली: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के “रामचरितमानस- नफरत फैलाने वाला ग्रंथ हैं” बयान पर कवि कुमार विश्वास ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से अनुरोध किया है कि चंद्रशेखर को सरकार और पार्टी से बाहर कर दें और उनसे क्षमा मांगने के लिए कहें|



दरअसल,''बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा था कि,''मनुस्मृति को क्यों जलाया गया क्योंकि उसमें एक बड़े तबके के खिलाफ अनेको गालियां दी गई। रामचरितमानस का क्यों प्रतिरोध हुआ और किस अंश का प्रतिरोध हुआ?. मनुस्मृति, रामचरितमानस, गुरु गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स... यह ग्रंथ नफरत फैलाने वाले ग्रंथ हैं। नफरत देश को महान नहीं बनाएगा, देश को मोहब्बत महान बनाएगा|



बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरित मानस पर दिए गए बयान पर कवि कुमार विश्वास ने गुरुवार को कहा कि,''ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक प्रदेश के शिक्षा मंत्री राम कथा को विद्वेष और जहर फैलाने वाला बताएं। CM नीतीश कुमार का मैं आदर करता हूं, तेजस्वी मेरे भाई जैसे हैं। मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि ऐसे व्यक्ति को संगठन और सरकार से बाहर करें, क्षमा मांगने के लिए कहें|



शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर प्रसाद बुधवार (11 जनवरी) को बिहार की राजधानी पटना के बापू सभागार में आयोजित नालंदा खुला विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे। इस दौरान चंद्रशेखर प्रसाद ने मंच से भाषण देते हुए कहा कि मनुस्मृति, राम चरित मानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाले ग्रंथ है।



अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए चंद्रशेखर प्रसाद ने पूछा कि आप भारत को ताकतवर नफरत से बनाएंगे या मोहब्बत से ? जब सभागार में बैठे बच्चों की ओर से आवाज आई ‘मोहब्बत से’, तो शिक्षा मंत्री ने अपने भाषण को जारी रखते हुए कहा कि देश में कुछ विचार ऐसे चले हैं जो नफरत फैलाना चाहते हैं और यह विचार आज के नहीं हैं बल्कि तीन हजार साल पहले जब मनुस्मृति लिखी गयी यह विचार वहीं से आए हैं।



चंद्रशेखर प्रसाद ने राम चरित मानस की चौपाई सुनाते हुए कहा कि यह ग्रंथ शूद्रों का अपमान करता है। यह ऐसा ग्रंथ है जो नफरत बोता है। उन्होंने कहा,'' बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का हवाला देते हुए कहा कि बाबा साहब ने मनुस्मृति को इसलिए जलाया था क्योंकि यह दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है। चंद्रशेखर प्रसाद  ने भाजपा-आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि आरएसएस और इससे जुड़े हुए लोग समाज में नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं। 





आप हमसे यहां भी जुड़ सकते हैं
TVL News

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें : https://www.facebook.com/TVLNews
चैनल सब्सक्राइब करें : https://www.youtube.com/TheViralLines
हमें ट्विटर पर फॉलो करें: https://twitter.com/theViralLines
ईमेल : thevirallines@gmail.com

You may like

स्टे कनेक्टेड

विज्ञापन