नई दिल्ली: 'केंद्र की ओर से लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने बुधवार को फिर सरकार के साथ बातचीत की।आज यानी बुधवार को नए कृषि कानूनों को लेकर विज्ञान भवन में किसान नेताओं और सरकार के बीच छठे दौर की बैठक हुई। अगली बैठक 4 जनवरी को होगी| विज्ञान भवन में केंद्र सरकार के साथ 6 वें दौर की बातचीत के बाद कल की ट्रैक्टर रैली को किसानों ने स्थगित कर दिया है, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा|
क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा कि अभी भी 3 कृषि कानूनों पर गतिरोध जारी है। हम एमएसपी पर उनके साथ आम सहमति नहीं बना सके| दर्शन पाल ने कहा कि तीनों कानूनों के वापस लिए जाने को लेकर अब भी संदेहास्पद स्थिति है। इसके साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य के मुद्दे पर सरकार के साथ आम सहमति नहीं बना सके। पराली जलाने के मुद्दे पर सरकार किसानों को जुर्माने से बाहर करने पर सहमत हो गई। बिजली के मुद्दे पर, सरकार ने बिजली बिल 2020 वापस ले लिया है|
सरकार के साथ वार्ता के बाद माझा किसान संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष बलविंदर सिंह ने कहा कि,''सरकार ने 2 मांग मान ली हैं। हमारे 2 विषय रह गए हैं- MSP और 3 कृषि क़ानून। इन दोनों विषय पर 4 तारीख को 2 बजे बात होगी। उन्होंने कहा कि,''आज बहुत अच्छे माहौल में बैठक हुई|
ऑल इंडिया किसान सभा के अध्यक्ष बलकरण सिंह बराड़ ने कहा कि,''सरकार ने बिजली के प्रस्तावित बिल को वापिस ले लिया है। पराली के मामले में सरकार ने अध्यादेश जारी किया था, उसे भी वापिस ले लिया है। MSP और कृषि क़ानूनों पर 4 तारीख को बात होगी|
बलकरण सिंह बराड़ ने कहा कि,''आज वार्ता सकारात्मक रही। सरकार कहती रही है कि हमें आंदोलन खत्म करना चाहिए और एक समिति बनानी चाहिए। लेकिन हमने उनकी बात नहीं मानी। हम अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगे। हम कोई समिति नहीं बनाएंगे। हम अगले बैठक में एमएसपी पर चर्चा करेंगे
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ,''आज की बैठक में पराली जलाने और बिजली से संबंधित मुद्दों को हल किया गया। हमारे 2 मुख्य मुद्दों को अभी भी हल करने की आवश्यकता है। हम 4 जनवरी को अगली बैठक में एमएसपी और 3 फार्म कानूनों को निरस्त करने से संबंधित विषयों पर चर्चा करेंगे|
राकेश टिकैत ने कहा,''हम कुछ तो संतुष्ट है। दो मांगों को मान लिया गया है। अगली बैठक में हम MSP और 3 क़ानूनों को लेकर सरकार से बात करेंगे। कल की ट्रैक्टर रैली को हमने स्थगित कर दिया है, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा|उन्होंने कहा कि,'अब दो चीजें शेष रह गई हैं, उन पर चार जनवरी को बात होगी। तब तक किसानों का शांतिपूर्ण धरना जारी रहेगा। आज अच्छे माहौल में बात हुई। सरकार ने आज हमारी दो बातें मान ली हैं। सरकार लाइन पर आई है, हम आज की वार्ता से खुश हैं।