नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार मामला उन्हें जर्मनी में एक जहाज से नीचे उतारने का है| पंजाब CM भगवंत मान ने इतनी शराब पी रखी थी कि उन्हें जहाज़ से उतार दिया गया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को फ्रैंकफर्ट में दिल्ली जाने वाली लुफ्थांसा फ्लाइट से इसलिए उतारा गया क्योंकि वह यात्रा करने के लिए फिट नहीं थे। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट किया, "सह-यात्रियों के हवाले से मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि पंजाब CM भगवंत मान को लुफ्थांसा फ्लाइट से उतारा गया क्योंकि वे बहुत नशे में थे और चलने की हालत में भी नहीं थे। ऐसी रिपोर्ट पंजाबियों को शर्मिंदा करती हैं।"
आम आदमी पार्टी ने दावों का खंडन किया कि मान को शनिवार रात फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर विमान से जबरन उतारा गया था क्योंकि वह नशे में थे|
लुफ्थांसा वेबसाइट से पता चलता है कि फ्रैंकफर्ट से उड़ान शनिवार को दोपहर 1.40 बजे (जीएमटी+2) पर रवाना होने वाली थी और दिल्ली में दोपहर 12.55 बजे (जीएमटी+5.30) Land होनी थी। हालांकि, उड़ान फ्रैंकफर्ट से शाम 5.52 बजे (जीएमटी+2) रवाना हुई और आज सुबह 4.30 बजे (जीएमटी+5.30) दिल्ली में उतरी।
आम आदमी पार्टी ने बताया कि, "मुख्यमंत्री थोड़ा अस्वस्थ थे और आज रात फ्रैंकफर्ट से घर वापस आने के लिए फ्लाइट पकड़ेंगे," और कहा कि मान वर्तमान में आप सभी के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं। पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
हालांकि, उसी उड़ान में एक भारतीय सह-यात्री, जिसने नाम न छापने की शर्त पर कहा है कि, ‘ ‘मुख्यमंत्री अपने पैरों पर स्थिर नहीं थे क्योंकि उन्होंने अत्यधिक शराब पी ली थी और वे अपने पैरों पर खड़ें नहीं हो पा रहे थे| उनकी पत्नी और उनके साथ आए सुरक्षाकर्मियों की मदद से वे प्लेन पर चढ़े थे|
यात्री ने कहा कि उड़ान के प्रस्थान में 4 घंटे से अधिक की देरी हुई क्योंकि विमान पर लदे मुख्यमंत्री के दल के सामान को उतारना पड़ा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के अधिकारियों ने लुफ्थांसा फ्लाइट क्रू पर मान को नहीं उतारने की कोशिश की क्योंकि उन्हें अगले दिन तय की गई कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेना था, लेकिन उन्होंने अपने उड़ान सुरक्षा नियमों से समझौता करने से इनकार कर दिया।
वही, आप के प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने इस बात को खारिज कर दिया कि मान के नशे में होने के कारण उसे विमान से उतार दिया गया था। लोग इतनी सारी "बकवास बातें" कहते रहते हैं, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मान ने 18 सितंबर को जर्मनी से फ्लाइट ली थी| वे दिल्ली 19 सितंबर को लौटे| विपक्ष द्वारा लगाए जा आरोप निराधार हैं|
सीएम कार्यालय के मीडिया प्रभारी नवनीत वाधवा ने कहा, "मान साहिब आज शाम फ्रैंकफर्ट से लगभग 4.30 बजे (जीएमटी + 2) उड़ान भरेंगे और आज रात लगभग 1 बजे (जीएमटी + 5.30) दिल्ली में उतरेंगे।" उनके पास उपलब्ध कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री को 18 सितंबर तक जर्मनी में रहना था।
जब वाधवा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह कार्यक्रम भेज देंगे, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि इसमें सीएम के जाने के किसी समय का उल्लेख नहीं है। मान 11 सितंबर को जर्मनी गए थे और उन्हें 18 सितंबर को वापस आना था|
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा, सह-यात्रियों के हवाले से मीडिया में आई परेशान करने वाली खबरों में कहा गया है कि पंजाब के सीएम भगवंत मान को लुफ्थांसा फ्लाइट से उतारा गया क्योंकि वह बहुत नशे में थे और इससे उड़ान में 4 घंटे की देरी हुई। इन रिपोर्टों ने पंजाबियों को शर्मिंदा किया।
सुखबीर बादल ने आगे कहा,'चौंकाने वाली बात ये है कि पंजाब की सरकार मुख्यमंत्री को लेकर इस तरह की रिपोर्ट पर शांत है| इस मामले में अरविंद केजरीवाल को सफाई देनी चाहिए| भारत सरकार को कदम उठाना चाहिए क्योंकि इसमें पंजाबी और राष्ट्रीय गौरव शामिल है| यदि उन्हें विमान से उतारा गया था, तो भारत सरकार को अपने जर्मन समकक्ष के साथ इस मुद्दे को उठाना चाहिए|