नई दिल्ली : राजस्थान में सियासी उठापटक तेज हो गई है| इसी के साथ राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर संकट और गहरा गया है|सचिन पायलट दिल्ली में हैं और वह बीजेपी के नेताओं के संपर्क में है|
सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि सचिन पायलट दिल्ली में हैं और वह बीजेपी के नेताओं के संपर्क में है| करीब 20 विधायकों के साथ दिल्ली में पायलट मौजूद है| कांग्रेस आलाकमान से नहीं मिलना चाहते सचिन पायलट|
सूत्रों के मुताबिक, सचिन पायलट ने जेपी नड्डा से बात की| सचिन पायलट ने फोन पर बीजेपी अध्यक्ष नड्डा से बातचीत की| सूत्रों का कहना है कि CM गहलोत प्रदेश के साथ संगठन की भी कमान चाहते हैं।CM गहलोत-सचिन पायलट में जंग जारी|
वहीं सूत्रों का कहना है कि बीजेपी की ओर से कहा गया है कि पहले वह राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार गिराएं| हालांकि बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद देने से इनकार किया है|क्योंकि राज्य में नेतृत्व को लेकर बीजेपी खुद उहापोह की स्थिति में है| वसुंधरा राजे के समर्थन में 45 विधायक हैं|
राजस्थान में सियासी संकट उस समय बढ़ गया जब विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को ही एटीएस और एसओजी की ओर से पूछताछ का नोटिस भेज दिया गया| सचिन पायलट अपनी सरकार के इस कदम से काफी नाराज हो गए हैं|
पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने 10 जुलाई को उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को पत्र लिखकर राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने के कथित प्रयासों के संबंध में अपना बयान दर्ज करने के लिए उनकी उपलब्धता की मांग की थी।
राजस्थान में सियासी संकट के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आया बयान| राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, ''एसओजी को जो कांग्रेस विधायक दल ने बीजेपी नेताओं द्वारा खरीद-फरोख्त की शिकायत की थी उस संदर्भ में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, चीफ व्हिप एवम अन्य कुछ मंत्री व विधायकों को सामान्य बयान देने के लिए नोटिस आए हैं। कुछ मीडिया द्वारा उसको अलग ढंग से प्रस्तुत करना उचित नहीं है।