● क्या स्मृति ईरानी अपनी चुप्पी तोड़ेंगी। क्या महिला का अपमान ही बीजेपी का चाल चरित्र और चेहरा है? : नेट्टा डिसूज़ा
● शिवराज जी खामोश क्यों हैं? क्या महिला आयोग में बैठी खुशबू सुंदर कुछ बोलेगी : डिसूज़ा
● क्या बीजेपी के तय करेगी की लड़किया क्या पहनें। क्या हम तालिबानी राज्य में रह रहे हैं: डिसूज़ा
● दिक्कत लड़कियों के कपड़े में नही कैलाश विजयवर्गीय की सोच में है। लड़कियां क्या पहने ये लड़कियां तय करेंगी: नेट्टा डिसूज़ा
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के लड़कियों को लेकर “शूर्पणखा” वाले बयान पर अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेट्टा डिसूज़ा ने शनिवार 08 अप्रैल 2023 को भाजपा पर हमला बोला है| नेट्टा डिसूज़ा ने कैलाश विजयवर्गीय के बयान को हर महिला का अपमान बताया है| डिसूज़ा ने कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर पूछा – क्या इस घटिया बयान पर स्मृति ईरानी चुप्पी तोड़ेंगी? क्या बीजेपी अब ये भी तय करेगी कि देश की बेटियां क्या पहने..? क्या महिला का अपमान ही बीजेपी का चाल चरित्र और चेहरा है?|
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के लड़कियों को शूर्पणखा कहे जाने वाले विवादित बयान पर महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने कहा कि,'घटिया बयानों के जरिए मर्यादा पार करना बीजेपी की आदत हो गई है। जिस पार्टी का सबसे बड़ा नेता जब संसद में महिला सांसद को शूर्पणखा बुला सकता है तो ऐसी पार्टी से और क्या उम्मीद की जा सकती है । कैलाश विजयवर्गीय का बयान इस देश की हर महिला का अपमान है। लेकिन महिला एंव बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी जी इस पर मौन रहेंगी? क्या वह इस घटिया बयान पर चुप्पी तोड़ेंगी ?
नेट्टा डिसूजा ने कहा कि,'कैलाश जी, बेटियां देवी का रूप होती हैं। लेकिन आपकी घटिया और विकृत मानसिकता ही आपको कुछ और दिखाती है। लड़कियाँ क्या पहनेगी, क्या नहीं, अब ये भी बीजेपी तय करेगी।
उन्होंने कहा कि,''मध्य प्रदेश में वोटों के लिए लाडली बहना योजना चलाने वाले शिवराज जी क्यों खामोश हैं । इन सबसे एक बात साफ है महिलाओं का हर रोज़ अपमान करना बीजेपी की आदत है। महिलाओं का सम्मान इनकी डिक्शनरी में है ही नहीं ।
नेट्टा डिसूजा ने कहा कि,'महिला आयोग में बैठी खुशबु सुंदर जी, आप इसपर कब चुप्पी तोड़ेंगी, क्या महिलाओं का अपमान ही है बीजेपी का असली चाल, चरित्र और चेहरा?
उन्होंने कहा कि,''देश इस समय महंगाई, बेरोजगारी से परेशान है, वहीं बीजेपी के नेता बेटियों के कपड़ों के तांकझांक में बिजी है। इससे इनकी सोच, और इनकी प्राथमिकता साफ नजर आती है। क्या हम तालिबानी राज में रह रहे हैं कि लड़कियों को सरकार बताएगी कि क्या पहनो, कब घर से निकलो, क्या खाओ, किससे मिलो। शर्मनाक है बीजेपी का आचरण ।
नेट्टा डिसूजा ने कहा कि,'कैलाश विजयवर्गीय जी को अगर बीजेपी के कंट्रोवर्शियल बयान सेल का पोस्टर बॉय कहा जाए तो यह गलत नही होगा। इससे पहले भी कैलाश जी कई ऐसे बयान दे चुके हैं जिनका ज़िक्र करने में भी शर्म आती है
उन्होंने कहा कि,''कैलाश जी ने एक तरफ बेटियों को देवी तुल्य बता दिया, दूसरी तरफ अपनी मानसिकता और सोच दिखा दी. बात साफ है साहब देश में लड़कियां, महिलाएं, माता बहनें क्या पहनेंगी इसका फैसला आप नहीं करेंगे. दिक्कत लड़कियों के पहनावे में नही आपकी सोच में है। डिसूजा ने कहा कि,'देश की आधी आबादी को अपमानित करने का अधिकार आपको किसने दिया है? महिलाओं का सम्मान करना सीखिये और फिर बोलिये।
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दरअसल, इंदौर में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 6 अप्रैल को एक कार्यक्रम में कहा कि,'' लड़कियां इतने गंदे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि वह बिल्कुल “शूर्पणखा” लगती हैं... सच में...| उन्होंने कहा कि,''लड़कियां इतने गंदे कपड़े पहनती हैं कि उनमें अब देवी का स्वरूप नहीं दिखता है| भगवान ने 'सुंदर' शरीर दिया है... तो जरा अच्छे कपड़े पहनों यार|