नई दिल्ली :भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक से पहले भाजपा सांसद वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया है| यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में वरुण गांधी के लगातार ट्वीट के बाद दोनों (वरुण गांधी और मेनका गांधी) को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया है| हालांकि पार्टी सूत्रों की ओर से कहा गया है कि इस तरह के बदलाव 'रूटीन एक्ससाइज' है| बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक 18 अक्टूबर को होगी|
वहीं, डेढ़ साल पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया और बंगाल चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल मिथुन चक्रवर्ती को भी इसमें जगह दी गई है| बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, पीयूष गोयल समेत 80 सदस्य शामिल हैं. इनके अलावा 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित (पदेन) सदस्य भी शामिल हैं| इनके अलावा 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित (पदेन) सदस्य भी शामिल हैं|
वरुण सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़ बोलते रहे हैं| किसान मुद्दे को लेकर वरुण अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। वरुण किसानों के मुद्दे को लेकर CM योगी को कई खत लिख चुके है | लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद वरुण की बगावत और तेजी दिखाई दी। वरुण गांधी ने आज भी लखीमपुर कांड का नया वीडियो सामने आने के बाद ट्वीट किया था| वरुण गांधी ने टविटर पर लिखा था, वीडियो बिल्कुल साफ है, विरोध करने वालों की हत्या कर उन्हें खामोश नहीं किया जा सकता है|बेगुनाह किसानों का खून बहाने वालों की जवाबदेही तय होनी चाहिए|इससे पहले कि किसानों के मन में सरकार के प्रति अहंकार और क्रूरता का संदेश जाए न्याय होना चाहिए|
वरुण गांधी ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि किसानों की भीड़ के बीच से तेजी से तीन गाड़ियां निकलती हैं। सबसे आगे एक महिंद्रा थार है। इसके बाद किसानों को रौंदने की आवाजें भी सुनाई देती हैं। यह सब देखकर प्रदर्शनकारी चिल्लाने लगते हैं।
वरुण गांधी ने 5 अक्टूबर को भी एक वीडियो ट्विटर पर साझा किया था और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। उन्होंने कहा था, ‘लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ियों से जानबूझकर कुचलने का यह वीडियो किसी की भी आत्मा को झखझोर देगा। पुलिस इस वीडियो का संज्ञान लेकर इन गाड़ियों के मालिकों, इनमें बैठे लोगों, और इस प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों को चिन्हित कर तत्काल गिरफ्तार करे।
उन्होंने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी एक पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि आरोपियों कि गिरफ्तारी जल्द से जल्द होनी चाहिए।