नई दिल्ली: कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर चल रहे विवाद पर बोलते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि,''किताब में क्या लिखा है मैंने नहीं पढ़ा परन्तु भाजपा दूसरो को हिन्दू ही नहीं समझती है। इसलिए भाजपा से दूर रहिए और देश को बचाइए|
वही इस विवाद पर सलमान खुर्शीद ने कहा है कि,''मेरी किताब हिंदु और मुस्लिम को एक करने के लिए है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लोगों को समझाना है कि ये अच्छा निर्णय है.. आई हम लोग एक साथ जुड़ें। जो लोग धर्म का दुरुपयोग करते हैं उनको हम रिजेक्ट करे। राजनीति करने वाले को डर लग रहा है कि सच्चाई सामने आ जाएगी|
दरअसल, सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में लिखा है, 'हिंदुत्व 'साधु-सन्तों के सनातन और प्राचीन हिंदू धर्म को किनारे लगा रहा है, जो कि हर तरीके से ISIS और बोको हरम जैसे जिहादी इस्लामी संगठनों जैसा है।' इसके तर्क में खुर्शीद ने कहा है कि हिन्दू धर्म उच्च स्तर का है। इसके लिए गांधी जी ने जो प्रेरणा दी उससे बढ़कर कोई प्रेरणा नहीं हो सकती है। कोई नया लेबल लगा ले तो उसे मैं क्यों मानूं? कोई हिंदू धर्म का अपमान करे तो भी मैं बोलूंगा। मेरा कहना है कि हिंदुत्व की राजनीति करने वाले गलत हैं और ISIS भी गलत है।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सलमान खुर्शीद ने कहा है कि अयोध्या विवाद को लेकर समाज में बंटवारे की स्थिति थी। सुप्रीम कोर्ट ने उसका समाधान निकाला। ये ऐसा फैसला है कि जिससे ये ना लगे कि हम हारे, तुम जीते। वहीं BJP की तरफ इशारा करते हुए खुर्शीद ने कहा, 'ये ऐलान तो नहीं हुआ कि हम जीत गए, लेकिन कभी-कभी ऐसे संकेत दिए जाते हैं। सबको जोड़ने की कोशिश होनी चाहिए। फिलहाल अयोध्या के उत्सव में ऐसा लगता है कि यह एक ही पार्टी का उत्सव है।'
सलमान खुर्शीद ने लिखा है, 'बेशक, हिंदुत्व समर्थक इसे इतिहास में अपने गौरव को मान्यता मिलने के तौर पर देखेंगे। न्याय के संदर्भ सहित जीवन कई खामियों से भरा है, लेकिन हमें आगे बढ़ने के लिए इसके साथ समायोजन की जरूरत है। यह किताब एक विवेकपूर्ण फैसले में उम्मीद देखने की कोशिश है, फिर भले ही कुछ लोगों को यह लगता हो कि फैसला पूरी तरह उचित नहीं था।' किताब पर बात करते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा कि समाज में एकता आएगी तो मानूंगा कि किताब लिखने का फैसला कामयाब रहा।