नोएडा/नई दिल्ली:हाथरस गैंगरेप केस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित लड़की के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना से देश में उबाल है। इस मामले पर विपक्ष उत्तर प्रदेश सरकार को घेरने में लगा हुआ है।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक बार फिर पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस जा रहे है|गरुवार को भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस पहुंच कर पीड़ित परिवार से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया था
दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाईवे के टोल प्लाज़ा पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में हाथरस की ओर कूच कर रहे अन्य नेताओं के आगमन के मद्देनजर बैरिकेडिंग कर सुरक्षा बढ़ाई गई।
हाथरस रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीटर पर लिखा है, 'इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ यूपी सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए। दुनिया की कोई भी ताकत मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।'
उधर हाथरस प्रशासन की तरफ से अब मीडिया को हाथरस पीड़िता के गांव में जाने की अनुमति मिल गई है। हाथरस के SDM ने बताया, "SIT की जांच पूरी हो गई है इसलिए अब मीडिया पर किसी तरह की रोक नहीं है। धारा 144 अभी भी लागू है। अभी सिर्फ मीडिया को ही आने ही इजाजत है।"
कांग्रेस पार्टी पांच अक्तूबर को हाथरस सामूहिक दुष्कर्म की घटना के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करेगी। पार्टी का यह एलान ऐसे समय पर आया है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और उनके समर्थकों ने पीड़िता के गांव जाने की घोषणा की है। गौरतलब है कि परिवार ने दावा किया है कि पीड़िता की मृत्यु के बाद पुलिस ने परिवार को शव घर लाने की अनुमति नहीं दी और उसका जबरदस्ती अंतिम संस्कार कर दिया।