देहरादून : नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा,''कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के आह्वाहन पर देश भर में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता धार्मिक सद्भावना व सौहार्द बनाये रखने के पवित्र उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। उत्तराखंड में भी साम्प्रदायिक तत्व देवभूमि के अच्छे माहौल को खराब करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में अमन और शांति का माहौल बनाये रखने के उद्देश्य से आज देहरादून के गांधी मैदान में प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित "सर्वधर्म सद्भाव प्रार्थना सभा" में भाग लिया।
कांग्रेस नेता यशपाल आर्य ने कहा,'आजादी से पहले , आजादी मिलने के दौरान और आजादी के बाद जब-जब विकृत मानसिकता के लोगों ने देश का साम्प्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश की तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी के बताए हुए रास्ते "सर्वधर्म सद्भाव प्रार्थना सभाओं" का सहारा लिया। आज भी कांग्रेस उसी गांधीवादी प्रार्थना के माध्यम से देश और प्रदेश का माहौल सुधारने का प्रयास कर रही है।
देश मे हाल के सालों में बिभिन्न संप्रदायों के बीच बढ़ती नफरत , कट्टरता और असहिष्णुता और असत्य को फैलाने की सुनियोजित कोशिश पर्दाफाश करते हुए श्रीमती सोनिया गांधी ने हाल ही में एक लेख लिखा , जिसे बिभिन्न समाचार पत्रों ने संपादकीय पृष्ठ पर स्थान दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने चिंता व्यक्त की है कि यदि नफरत , कट्टरता और असहिष्णुता को यदि जल्दी रोका न गया तो देश बहुत पीछे चले जायेगा। उन्होंने सर्वसमावेशी समाज के निर्माण पर बल दिया। श्रीमती सोनिया गांधी जी ने चिंता व्यक्त की है कि , "ऐसा क्या है, जो प्रधानमंत्री जी को स्पष्ट और सार्वजनिक रूप से ‘हेट स्पीच’ के खिलाफ खड़े होने से रोकता है, चाहे यह ‘हेट स्पीच’ कहीं से भी आए ?
यशपाल आर्य ने कहा, मेरा भी मानना है कि कट्टरता, नफरत और विभाजन की राजनीति से देश की नींव कमजोर हो रही है और इससे समाज को बड़ा नुकसान हो रहा है। उत्तराखंड में सदियों से सभी धर्मों , संप्रदायों और जातियों के लोग शांति और आपसी भाई चारे के साथ रह रहे हैं । यदि यंहा की शांति खराब करने वाले उपद्रवी तत्त्वों पर तठस्थ कार्यवाही नही की जाती है तो हम अन्य राज्यों की तुलना में बहुत पीछे चले जायेंगे। यदि सरकार नफरत के इस उन्माद को इसी अवस्था में जड़ से समाप्त नही करती है तो आने वाले समय में इतना नुकसान होगा कि हम उसकी भरपाई नहीं कर पाएंगे।
साम्प्रदायिकता का जहर 'हरिद्वार में बहुत मेहनत से बनाये गए औधोगीकरण' के माहौल को समाप्त कर देगा, हमारे हजारों युवा बेरोजगार होंगे और राज्य के राजस्व में कमी आएगी। सोनिया जी की तरह मेरा भी मानना है कि , देश और उत्तराखंड की समृद्धि के लिए हमें उच्च आर्थिक विकास को बनाए रखना होगा, ताकि विकास से जनित अच्छी अर्थव्यवस्था से प्राप्त राजस्व का इस्तेमाल हम प्रदेश के लोगों के जीवन स्तर को बढ़ाने और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के लिए कर सकें।