बस्ती: बस्ती जिले में एसपी आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर फर्जी DL/ RC बनाने वाले चढ़े पुलिस के हत्थे। कोतवाल राधेश्याम राय और स्वाट टीम प्रभारी राज कुमार पांडेय की संयुक्त टीम ने फर्जी डीएल, आरसी बनाने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया| पुलिस तीनों ने अभियुक्तो मनीष प्रजापति , शमशाद और अब्दुल रहमान अंसारी को कटरा आरटीओ कार्यालय के सामने से गिरफ्तार किया। अभियुक्तो के कब्जे से कूटरचित दस्तावेज तैयार करने वाले प्रपत्र के साथ कलर प्रिन्टर, लैपटाप किया गया बरामद ।
साथ ही आर.सी. पेपर सादा उत्तर प्रदेश सरकार मूल, 17 स्कैन आरसी पेपर, 14 अर्द्ध निर्मित डी.एल., फोटो युक्त मोहर सहित हस्ताक्षरित बरामद किया गया। इसके अलावा, 2 मोहर कर पंजीयन अधिकारी मोटर वाहन विभाग बस्ती, एक कलर प्रिन्टर ब्रदर कम्पनी, एक मॉनिटर , की-बोर्ड, माउस, इंक पैड, एक डाटा केविल बरामद। 1 लैपटाप डेल कम्पनी व 4 मोबाईल 41 हज़ार 4 सौ 70 रुपये नकद भी हुआ बरामद। अभियुक्तो के खिलाफ धारा 419/420/467/468/471 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ।
एएसपी दीपेन्द्र नाथ चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस कर किया खुलासा। एएसपी दीपेन्द्र नाथ चौधरी ने बताया कि कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच स्वाट टीम ने आरटीओ कार्यालय गेट के पास एक दुकान पर छापा मारा। यहां पर तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। वहीं, तलाशी में उत्तर प्रदेश सरकार के दो मूल सादा आरसी पेपर, 17 स्कैन आरसी पेपर, 14 अर्धनिर्मित डीएल, पंजीयन अधिकारी का दो मोहर, कलर प्रिंटर, लैपटॉप,41 हजार 470 रूपए बरामद हुए।
एएसपी ने बताया कि यह 50 रूपए में फर्जी डीएल बनाते थे, आरसी भी सस्ते दाम पर बनाकर देते थे। फर्जी डीएल, आरसी को सामान्य व्यक्ति देखकर असली नकली में फर्क नहीं कर सकता था।
फर्जी डीएल, आरसी बनाने वालों की पहचान कोतवाली थाना क्षेत्र के आनन्दनगर कटरा निवासी शमशाद, जामडीह निवासी मनीष प्रजापति, वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के धोबहिया गांव निवासी अब्दुल रहमान अंसारी के रूप में हुई। शमशाद ने बताया कि कई दिनों से फर्जी डीएल और आरसी बनाते थे। मनीष को वे एआरटीओ का बाबू बताते थे। इससे लोग सहजता में विश्वास कर लेते थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपेन्द्र नाथ चौधरी ने बताया मामले में एआरटीओ कार्यालय के कर्मियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।