आजमगढ़: यूपी विधानसभा चुनाव से पहले आजमगढ़ में एक बार फिर जहरीली शराब ने तांडव मचाया है। यहां जहरीली शराब पीने से 9-10 लोगों की मौत की खबर है जबकि 41 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 2-3 की हालत गंभीर है। इनमें से कुछ की आंख की रोशनी चली गई है। यह पूरी घटना माहुल कस्बे में रविवार रात की है।
यूपी में चुनाव के बीच जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर हाहाकार मच गया है। आधा दर्जन से ज्यादा गांवों में शराब के कारण परिवारों में कोहराम मचा है। मौतों से आक्रोशित लोगों ने माहुल कस्बे में चक्काजाम भी किया। चुनाव के कारण अवैध शराब का कारोबार तेजी से परवान चढ़ा है।
बताया जाता है कि अहरौला थाना क्षेत्र में आने वाले नगर पंचायत माहुल स्थित देसी शराब की दुकान से रविवार की शाम बेची गई शराब जहरीली मिली है। उसे पीने के बाद लोगों की हालत बिगड़ी और पांच लोगों की जान जा चुकी है। 12 से ज्यादा लोग अलग-अलग अस्पतालों में जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं।
DM अमृत त्रिपाठी ने बताया कि 5 लोगों की मौत रिपोर्टेड है। कुछ की हालत गंभीर है। 44 लोगों को जिला हॉस्पिटल में रेफर किया गया है। इनमें से 3 का डायलिसिस किया गया है।आजमगढ़ एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि घटना हुई है, इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पहली प्राथमिकता बीमार लोगों का बेहतर इलाज कराना है। फिलहाल दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने कहा ,''आजमगढ़ में मिलावटी शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई। 41 मरीजों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 2-3 की हालत गंभीर है. शराब बेचने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने बताया कि रविवार रात को माहुल के सरकारी ठेके से आसपास के लोगों ने शराब पी थी। शराब पीने के कुछ देर बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। कुछ लोगों को खून की उल्टियां शुरू हो गईं। एक मृतक की बहन ने बताया, 'उसके भाई को कोई बीमारी नहीं थी। ठेके से खरीदकर शराब पी थी। उसके बाद खून की उल्टियां होने लगी।' वहीं, एक अन्य मृतक के परिजन ने बताया कि तबीयत बिगड़ी तो आनन-फानन में उनको नजदीकी अस्पताल ले गए। आसपास के कई लोगों को एक ही भी ऐसी ही दिक्कत हुई।
नाराज लोगों ने जाम की सड़क
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की मिलीभगत से ठेके पर शराब की बिक्री होती थी। किसी भी तरह की कोई रोक-टोक नहीं थी। यही कारण है कि ज्यादा मुनाफे के चक्कर में लोगों को जहरीली शराब सरकारी ठेके से बेची गई।
इन लोगों की जान चली गई
1. फेकू (32) निवासी माहुल, थाना अहरौला
2. झब्बू (45) निवासी माहुल, थाना अहरौला
3. रामकरन बिंद (55) निवासी माहुल, थाना अहरौला
4. अच्छेलाल (40) निवासी माहुल, थाना अहरौला
5. सतिराम (45) निवासी माहुल, थाना अहरौला
6. विक्रम बिंद (55) निवासी रसूलपुर, थाना अहरौला,
7. पंचम (60) निवासी लहुरमपुर, थाना पवई,
8. बुद्धू (50) निवासी राजापुर, थाना पवई,
9. छेदी (54) निवासी राजापुर माफी, कोतवाली फूलपुर
10. रामप्रीत (55) निवासी दक्खिनगांवा, कोतवाली फूलपुर
मरने वालों शामिल कुछ लोगों का नाम पता: माहुल नगर के वार्ड नम्बर 6 बीर अब्दुल हमीद नगर निवासी फेकू सोनकर (32) पुत्र दीप चन्द सोनकर, झब्बू (45) पुत्र हुन्ना सोनकर, माहुल वॉर्ड नम्बर 6 सरदार बल्लभ भाई पटेल नगर के राम करन सोनकर (55) पुत्र लौटन, माहुल वार्ड नम्बर एक अंबेडकर नगर के सतिराम (42) पुत्र हरिलाल, इमामगढ़ गांव के अच्छे लाल (40) पुत्र लौटन, क्षेत्र के रसूलपुर निवासी बिक्रमा विन्द (50) पुत्र राजाराम व फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के दक्खिनगांवा निवासी राम प्रीति यादव (55) वर्ष पुत्र वासुदेव यादव हैं।