वाशिंगटन: अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान में अपने 20 साल पुराने सैन्य अभियान का मंगलवार को अंत हो गया| हालांकि काबुल एय़रपोर्ट से आखिरी अमेरिकी सैनिक के रवाना होने के पहले अमेरिकी फौज ने बड़ी ही सूझबूझ से अपने कब्जे वाले तमाम लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों और हथियारबंद वाहनों को निष्क्रिय कर दिया| ताकि तालिबान के हाथों में पड़ने के बावजूद इनका इस्तेमाल न किया जा सके| अमेरिकी सेना ने काबुल पर 15 अगस्त को तालिबान के कब्जे के बाद महज 15 दिनों में अपने नागरिकों और मददगारों की सुरक्षित वापसी के साथ इस काम को अंजाम दिया|
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा,'हमने अफगानिस्तान युद्ध में 2,461 सैनिकों को खो दिया। हम दुनिया भर में कहीं से भी उत्पन्न होने वाले आतंकवादी खतरों से अपने नागरिकों की रक्षा के लिए कड़ी मेहनत करेंगे|
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा,'हमने काबुल में राजनयिक उपस्थिति खत्म कर दिया है,अपना संचालन दोहा (कतर) स्थानांतरित कर दिया है। अफगानिस्तान से कूटनीति के प्रबंधन के लिए दोहा में पोस्ट का उपयोग करेंगे।अमेरिकी सैन्य उड़ानें समाप्त हो गई हैं,हमारे सैनिक अफगानिस्तान से चले गए हैं|
एंटनी ब्लिंकन ने कहा,अमेरिका अफगान लोगों को मानवीय सहायता का समर्थन करना जारी रखेगा। यह सरकार के माध्यम से नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों जैसे स्वतंत्र संगठनों के माध्यम से होगा। उम्मीद है कि तालिबान या किसी अन्य के द्वारा उन प्रयासों को बाधित नहीं किया जाएगा|