नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जे के बाद तालिबान ने वहां पर पहली सरकारी नियुक्ति कर दी है| बताया जा रहा है तालिबान ने मुल्ला शिरीन को काबुल का गवर्नर बनाया है| अब मुल्ला शिरीन काबुल का पूरा प्रशासन संभालेगा| अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे पर अफ़ग़ानिस्तान की पॉप स्टार आर्यना सईद ने कहा कि,'मैं उन महिलाओं के लिए चिंतित हूं जो घरों के अंदर फंस जाएंगी और उन्हें सड़क पर बाहर जाने जैसे उनके बुनियादी अधिकार नहीं दिए जाएंगे। अफ़ग़ानिस्तान तालिबान के हाथ में रहा तो अफ़ग़ान महिलाओं का कोई भविष्य नहीं है|
Afghanistan Crisis अफ़ग़ानिस्तान की पॉप स्टार आर्यना सईद ने कहा कि,सुपर पावर देशों ने वहां जाकर कहा कि वहां जाने की वजह अलकायदा और तालिबान से छुटकारा पाना है। 20 साल वहां रहने और लाखों डॉलर खर्च करने, सैनिकों की जान गंवाने के बाद अचानक उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने का फैसला किया, यह चौंकाने वाला है|
पॉप स्टार आर्यना सईद ने कहा कि, उन्हें (Taliban) पाकिस्तान द्वारा निर्देश दिए जा रहे हैं, उनके (तालिबान) ठिकाने पाकिस्तान में हैं जहां उन्हें प्रशिक्षण दिया जाता है। मुझे उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अपने फंड में कटौती करेगा और पाकिस्तान को फंड नहीं देगा ताकि तालिबान को फंड करने के लिए उनके पास पर्याप्त पैसा न हो|
आर्यना सईद ने कहा कि,''सालों से अब तक हमने ऐसे वीडियो और सबूत देखे हैं कि तालिबान को सशक्त बनाने के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। मैं उन्हें दोष देती हूं और मुझे उम्मीद है कि वे पीछे हटेंगे और अफ़ग़ानिस्तान की राजनीति में अब और दखल नहीं देंगे|
बताते चलें कि तालिबान ने इसी महीने राजधानी काबुल समेत अफगानिस्तान के अधिकतर हिस्सों पर कब्जा जमा लिया था| तालिबान (Taliban) के कब्जे के साथ ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर संयुक्त अरब अमीरात चले गए थे| उनके साथ अफगानिस्तान के कई राजनेता, अधिकारी और सैन्य कमांडर भी शामिल थे|
उसके बाद से राजधानी काबुल समेत अफगानिस्तान के तमाम इलाकों में तालिबान के लड़ाके गश्त कर रहे हैं| सरकारी अधिकारी और कर्मचारी दफ्तरों से गायब हैं| वहीं पुलिस और सैनिक या तो सरेंडर कर चुके हैं या फिर शहरों को छोड़कर दूसरी जगहों की ओर भाग चुके हैं| अफगानिस्तान में बैंकों के बाहर लोगों की भीड़ लगी है और जरूरी चीजें महंगी होने लगी हैं|
अफगानिस्तान (Afghanistan) में फिलहाल काबुल एयरपोर्ट ही चालू हालत में है|वहां पर अमेरिका के 5800 सैनिक सुरक्षा कर रहे हैं और फ्लाइट ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं| तालिबान के डिप्टी कमांडर अनस हक्कानी ने अपने कैडर से कहा है कि अमेरिका ने 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से पूरी तरह निकलने का वादा कर रखा है| इसलिए इस महीने के अंत तक कुछ नहीं करना है|