लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बेसिक शिक्षा विभाग के अभ्यर्थियों का आंदोलन तेज हो गया है| 69000 शिक्षक भर्ती में हुए आरक्षण घोटाले के विरोध में बुधवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पहुंच कर प्रदर्शन किया| पुलिस अभ्यर्थियों को घसीटते हुए सड़क से हटाने का प्रयास किया तो अभ्यर्थी सड़क पर ही लेट गए| इसी बीच पुलिस ने लाठी फटकारते हुए अभ्यर्थियों को तितर-बितर करते हुए हटाया|
69000 शिक्षक भर्ती में हुए आरक्षण घोटाले के विरोध में अभ्यर्थियों के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्रवाई पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नाराजगी जताई है| उन्होंने,''अभ्यर्थियों के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्रवाई को अति निंदनीय बताया है| अखिलेश यादव ने कहा,''भाजपा सरकार द्वारा किया गया ये अपमान व उत्पीड़न कभी नहीं भूलेंगे शिक्षक। नहीं_चाहिए_भाजपा
अखिलेश यादव ने कहा,'' उत्तर प्रदेश में उपमुख्यमंत्री के आवास के बाहर ‘69000 शिक्षक भर्ती’ के अभ्यर्थियों के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्रवाई अति निंदनीय है। जीवन के सबक याद कराने वाले शिक्षक भाजपा सरकार द्वारा किया गया ये अपमान व उत्पीड़न कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने पूछा,'' क्या यही है ‘विश्व गुरु’ बनने की राह|
गौरतलब है कि,''आज डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के सरकारी आवास के बाहर सुबह 69000 शिक्षक भर्ती मामले के अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया| उनके हाथों में कथित आरक्षण घोटाले से संबंधित तख्तियां थीं| जिसमें 27 प्रतिशत और 21 प्रतिशत आरक्षण की मांग को पूरा करने की बात कही गई थी| अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती में आरक्षण नियमों का पालन न होने का आरोप लगा रहे हैं|
भर्ती में घोटाले का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश की राजधानी में कई दिनों से अलग-अलग स्थानों पर धरना दे रहे हैं| कालिदास मार्ग पहुंचकर अभ्यर्थियों ने सड़क पर लेटकर प्रदर्शन किया| अभ्यर्थी डिप्टी सीएम के आवास के मेन गेट तक पहुंच गए| बता दें कि यहीं पर सीएम योगी का आवास भी हैं| मौके पर पहुंची पुलिस अभ्यर्थियों को वहां से बलपूर्वक हटाया|
अभ्यर्थियों ने इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री से लेकर केंद्रीय ओबीसी आयोग तक की|लेकिन सभी के द्वारा अभ्यर्थियों को केवल आश्वासन दिया जा रहा है| प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी का कहना है सरकार ने शिक्षक भर्ती में धांधली करते हुए आरक्षण सीटों को अन्य अभ्यर्थियों को दे दिया है| जिसको लेकर यह अभ्यर्थी हाईकोर्ट भी गए, लेकिन सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश को भी नहीं माना है|