डॉ. रीना रवि मालपानी द्वारा महिला तीरंदाजी दीपिका कुमारी पर लिखित कविता, “अनूठी लक्ष्य साधिका : दीपिका कुमारी”
“अनूठी लक्ष्य साधिका : दीपिका कुमारी”------
महिला तीरंदाजी के शीर्ष खिलाड़ियों में है जिसकी पहचान।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर माँ भारती का बढ़ा रही मान॥
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झारखंड के रांची में जन्मी देश का अभिमान।
आर्थिक चुनौतियों को ध्वस्त कर दी अपने सपनों को उड़ान॥
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आम खाने के लालच में आम पर सटीक निशाना लगाया।
कर्तव्यनिष्ठा और जुनून से जीत का परचम लहराया॥
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अनेकों पदक जीतकर तुमने रचा इतिहास।
उन्नति के पथ पर अनवरत चलोगी हमें है विश्वास॥
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युवा प्रतिभाओं के लिए तुम तो हो उम्दा मिसाल।
विषम परिस्थितियों में भी प्रज्वलित की जीत की मशाल॥
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अनूठी लक्ष्य साधिका करती भारत का प्रतिनिधित्व।
असफलताओं से सीखकर लक्ष्य साधने को तुमने दिया जीवन में महत्व॥
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पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से तुम तो हो सम्मानित।
अपने लक्ष्य को साधकर तुमने किया हम सभी को गौरवान्वित॥
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जय-पराजय की कड़ी में किया पराजय से भी सहर्ष सामना।
पर तुम्हारी दृढ़ निश्चय शक्ति से तुमने की सफलता की साधना॥
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सार्थक प्रयासों और दृढ़ इच्छाशक्ति से किया स्वप्न को साकार।
डॉ. रीना कहती, दीपिका कुमारी महतो की हो रही विश्व में जय-जयकार॥
डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका)