किया नहीं जो अभी तक करके देखें: डॉ एम. डी. सिंह की की कलम से
----
किया नहीं जो अभी तक करके देखें
जिंदगी पर पड़ी है कुछ डरके देखें
----
दुश्मन निरंतर राह अपनी बदल रहा
नवपथ पर कदम हम भी धरके देखें
----
उकसा रहा हमें लड़ने को देखिए
हम भी चतुराई से उबर के देखें
----
कहीं चल कर कोरानादानी गढ़ कर
घुसपैठ उसमें ख़ुद को भर कर देखें
----
नित्य रूप बदल रहा वो हम क्यों नहीं
कुछ हम भी दोस्त बदल संवर के देखें
----
डॉ एम डी सिंह
पीरनगर, गाजीपुर (UP)