शिक्षक दिवस के अवसर पर (कवयित्री एवं लेखिका) डॉ. रीना रवि मालपानी द्वारा लिखित कविता, “'ज्ञान पुंज के प्रवाहक शिक्षक”
''ज्ञान पुंज के प्रवाहक शिक्षक''
अज्ञान के विनाशक, ज्ञान के उपासक होते है शिक्षक।
ज्योतिपुंज प्रकाश के संवाहक होते है शिक्षक।
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शिष्यों में सृजनात्मकता को विकसित करते है शिक्षक।
विषाद के क्षणों में धैर्य रखना सिखाते है शिक्षक।
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सच्चे पथ-प्रदर्शक बन सत्य की राह दिखाते है शिक्षक।
जीवन के यथार्थ का बोध कराते है शिक्षक।
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विषम परिस्थितियों में साम्य का परिचय करवाते है शिक्षक।
प्रतिभा का मूल्यांकन कर चमकता हीरा बनाते है शिक्षक।
------मानवता के उत्थान हेतु सहिष्णुता का पाठ पढ़ाते है शिक्षक।
ज्ञान पुंज देश और समाज के कल्याण को प्रेरित करते है शिक्षक।
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विश्व बंधुत्व के संदेश के परिचायक है शिक्षक।
जीवन के सत्य से साक्षात्कार कराते है शिक्षक।
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भविष्य के धरातल पर उन्नति के आयाम है शिक्षक।
अवगुणो का गुणो में परिष्कृत रूप है शिक्षक।
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बच्चों की उन्नति में गर्वित होते है शिक्षक।
विचारों के कोलाहल को न्यून करते है शिक्षक।
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जीवन की प्रखरता और मुखरता का प्रतीक है शिक्षक।
डॉ. रीना कहती, राष्ट्र के विकास का गर्व है शिक्षक।
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डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका)