नई दिल्ली: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के चीफ बृजभूषण शरण सिंह मामला फिर तूल पकड़ लिया है| इस बार पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ '''यौन उत्पीड़न, भ्रष्टाचार'' जैसे कई गंभीर आरोपों की जांच के लिए बनाई गई ओवरसाइट कमेटी (Oversight Committee) के सदस्य के नामों पर नाराजगी जताई है| भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाले रेसलर्स ने केंद्रीय खेल मंत्रालय की ओर से बनाई गई ओवरसाइट कमेटी पर सवाल उठाए हैं। WFI अध्यक्ष के खिलाफ दिल्ली में धरना देने वाले पहलवानों की अगुआई करने वाली रेसलर विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने मंगलवार दोपहर ट्वीट कर इस बारे में अपनी आपत्ति जताई।
दरअसल, रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के चीफ बृजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच जारी विवाद को लेकर शुक्रवार , 20 जनवरी की रात में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने सरकारी आवास पर दूसरी बार पहलवानों के साथ मीटिंग की थी| इस मीटिंग में पूरे मामले की जांच के लिए एक ओवरसाइट कमिटी बनाने का फैसला लिया गया| अनुराग ठाकुर के आश्वासन के बाद पहलवानों की तरफ से बजरंग पुनिया ने जंतर-मंतर पर धरना खत्म करने का ऐलान किया था|
सोमवार को इस ओवरसाइट कमेटी के सदस्यों के नामों की घोषणा की गई थी| लेकिन कमेटी के गठन के बाद भी ये दंगल थमा नहीं है| पहलवानों ने कमेटी के सदस्य के नामों पर नाराजगी जताई है| ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक और पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि हमें आश्वासन दिया गया था कि ओवरसाइट कमेटी के गठन से पहले हमसे सलाह ली जाएगी। बहुत दुख की बात है कि इस समिति के गठन से पहले हमसे सलाह तक नहीं ली गई|
पहलवानों द्वारा कमेटी के सदस्य के नामों पर नाराजगी जताए जाने के बाद खेल मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि ओवरसाइट कमेटी में 5 में से 3 नाम इन (विरोध करने वाले) पहलवानों द्वारा सुझाए गए थे, लेकिन अब उनका दावा है कि उनसे परामर्श नहीं लिया गया|
गौरतलब है कि, भारतीय कुश्ती संघ और इसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लग रहे आरोपों के बीच खेल मंत्रालय ने 5 सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह समिति जांच पूरी होने तक कुश्ती संघ का काम देखेगी। समिति आरोपों की जांच भी करेगी। बॉक्सर एमसी मैरी कॉम को इस पांच मेंबर्स वाली समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। मैरी कॉम की टीम में ओलिंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त, ध्यानचंद अवॉर्डी तृप्ती मुरगुंडे, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) की सदस्य राधिका श्रीमन के अलावा TOPS कमेटी के पूर्व-सीईओ कमांडर राजेश राजगोपालन को भी शामिल किया गया है।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने भी 20 जनवरी को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए 7 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। कमेटी में एमसी मैरी कॉम, डोला बनर्जी, अलकनंदा अशोक, योगेश्वर दत्त, सहदेव यादव और 2 अधिवक्ता हैं| पहलवानों की तरफ से IOA अध्यक्ष पीटी ऊषा को शिकायती पत्र भेजे जाने के बाद इस कमेटी का गठन किया गया।
गौरतलब है कि,पहलवानों के साथ दूसरे दौर की बातचीत के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार देर रात कहा था कि खिलाड़ियों के साथ लगातार चर्चा चली। सभी खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती संघ पर गंभीर आरोप लगाए और क्या सुधार ये चाहते हैं, ये बात भी सामने आई...एक ओवरसाइट कमेटी का गठन किया जाएगा। अगले 4 हफ्तों में ये अपनी जांच को पूरा करेंगे| जांच पूरी होने तक एक कमेटी दैनिक कार्यकलाप को देखेगी। तब तक भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह अपने आप को दैनिक कार्यकलाप से अलग रखेंगे और जांच में सहयोग करेंगे|
केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा था,कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण सिंह निरीक्षण समिति द्वारा जांच पूरी होने तक पद से हट जाएंगे और वह जांच में शामिल होंगे। जांच पूरी होने तक डब्ल्यूएफआई की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों पर एक समिति नजर रखेगी| ''oversight committee'' 4 सप्ताह में अपनी जांच पूरी करेगी और डब्ल्यूएफआई और उसके प्रमुख के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों की गहन जांच करेगी|