नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचने वाली मीराबाई चानू को मणिपुर सरकार ने एडिशनल एसपी नियुक्त किया है। राज्य सरकार ने मीराबाई चानू को मणिपुर पुलिस में एडिशनल एसपी (स्पोर्ट्स) के पद पर तैनात करने का फैसला किया है। राज्य सरकार पहले ही मीराबाई को एक करोड़ रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा कर चुकी है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वालीं मीराबाई चानू को पुलिस विभाग में एडिशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस(खेल) नियुक्त करने का फैसला किया है|
मीराबाई चानू जब सिल्वर मेडल जीतकर सोमवार को स्वदेश लौटीं तो इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (दिल्ली) पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया|टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद दिल्ली पहुंचीं वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के लिए लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। पहुंचने के बाद उन्होंने कहा , ‘‘इतने प्यार और समर्थन के बीच यहां वापस आकर खुशी हो रही है| बहुत बहुत धन्यवाद.’’
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कहा,''मेरे लिए ये बहुत ही चुनौतीपूर्ण था, मेरा और सर(कोच) का ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना था। रियो ओलंपिक में मेरा मेडल चूक गया था, उस के बाद हमने पूरी मेहनत की। रियो ओलंपिक से मैंने बहुत कुछ सीखा| हमने 5 साल त्याग करके टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए बहुत मेहनत की। हमारा सपना पूरा हुआ है|
मीराबाई ने वेटलिफ्टिंग में पदक का भारत का 21 साल के सूखे को खत्म किया है और सिल्वर मेडल जीतकर देश का खाता भी खोला। उन्हें यह मेडल 49 किग्रा कैटेगरी में मिला। इस इवेंट में चाइना की हाऊ झीहुई ने गोल्ड हासिल किया था। अब ऐसी खबर सामने आ रही है कि झीहुई का डोपिंग टेस्ट होगा। ऐसे में अगर वे इसमें फेल हो जाती हैं तो गोल्ड मेडल चानू की झोली में आ जाएगा।
चानू से पहले दिग्गज कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी ओलंपिक 2000 में वेटलिफ्टिंग में कांस्य मेडल जीता था। उसके बाद 21 साल तक भारत इस इवेंट में पदक के लिए तरसता रहा। मीराबाई के गोल्ड जीतने पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल लाने वाली वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देगी।