● नायब तहसीलदार के जांच में लगभग 100 कुन्तल गायब मिला खाद्यान्न
● कोटेदार का कालाबाजारी हुआ उजागर
बांसी/सिद्धार्थनगर: लॉकडाउन के चलते आज शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में आम लोगों की आर्थिक स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है जिसके तहत शासन-प्रशासन, समाजसेवी, प्रधान, राजनीतिक लोग खुलकर गरीब निर्धनो की खाने पीने की खुलकर आर्थिक मदद कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ तहसील क्षेत्र के अधिकांस कोटेदार राशन वितरण प्रणाली में कालाबाजारी कर गरीबों का निवाला निगल रहे है|
तहसील क्षेत्र के मिठवल विकास खंड के परसिया प्रथम , डणवार दुवे,देवभरिया, संजीतवा गांव के ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से शिकायत कर आरोप लगाया था कि कोटेदार ने कई महीनों से कार्ड धारकों को अंगूठा लगवाने के बाद भी खाद्यान्न नहीं वितरित कर रहा है| शिकायत पर शुक्रवार को नायब तहसीलदार गौरव कुमार सहित क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी विजेंद्र कुमार एवं आपूर्ति निरीक्षक सीपी राव, राजस्व निरीक्षक राजदीप यादव ने मामले की जांच की।
आपूर्ति निरीक्षक ने घर पर मिले कोटेदार से पूछा तो वह बताने में आनाकानी करने लगा। आपूर्ति निरीक्षक ने कोटे के खाद्यान्न के मिलान में पाया कि 98 कुंटल 50 किलो खाद्यान्न गायब है जिससे यह प्रतीत होता है कि कोटेदार द्वारा खाद्यान्न की बिक्री कर ली गई है इस पर जांच में गए अधिकारी दंग रह गए। बचे खाद्यान्न को गिनती करवा कर दूसरे कोटेदार को सुपुर्द कर दिया गया। जांच के दौरान यस आई दिनेश राजभर एवं कांस्टेबल सहित ग्राम प्रधान दीपक मिश्रा, मोहम्मद गनी, समाजसेवी व भाजपा नेता मोहम्मद आरिफ सहित समस्त ग्रामीण मौजूद रहे।
रिपोर्ट -सत्येन्द्र उपाध्याय