● माननीयों के गृह जनपद में सरकारी लाभ प्राप्त करने के लिए दिव्यांग लगा रहा सरकारी दफ्तरों के चक्कर
● क्या माननीयों के शहर में दिव्यांग शख्स को मिल पाएगा सरकारी योजनाओं का लाभ बड़ा सवाल??
इटवा/सिद्धार्थनगर: 60 किलोमीटर पर स्थित जनपद मुख्यालय सरकारी दफ्तरों से ले कर नेताओ के आवास तक कई दिनों से दिव्यांग भटक रहा है, विकलांग पेंशन,आवास,राशन कार्ड,किसान निधि,विकलांग रिक्शे, जैसी सरल सरकारी योजनों से जुड़ने और लाभ प्राप्त करने के लिये,अपने सम्पूर्ण समस्याओ के निदान के लिये दिव्यांग सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने को मजबूर है|
जहां एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार व प्रदेश की योगी सरकार खुले मंच से आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचने का दावा करते नजर आ रहे हैं। वही माननीयों के शहर में दिव्यांग गरीब का कोई सुनने वाला नहीं | सरकारी लाभ के लिए दर दर की ठोकर खा रहा दिव्यांग|
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर कैसे आखिरी व्यक्ति तक पहुंच पाएगा सरकारी योजनाओं का लाभ.. क्या सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने वाले दिव्यांग शख्स को मिल पाएगा सरकारी योजनाओं का लाभ या फिर ये कहें कि माननीय सोते रहेंगे एसी कमरों में और करते रहेंगे मौज, दिव्यांग लगाता रहेगा सरकारी दफ्तरों के चक्कर???
रिपोर्ट- सत्येन्द्र उपाध्याय