सिद्धार्थनगर: उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिद्धार्थनगर ज़िले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वेक्षण के बाद उन्होंने कहा,''बाढ़ से 5 तहसील प्रभावित हैं जिसमें डुमरियागंज और नौगढ़ सर्वाधिक प्रभावित हैं। ज़िले की लगभग 2 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। राप्ती नदी खतरे के निशान से लगभग 1.5-2 मीटर ऊपर बह रही है। बूढ़ी राप्ती सहित कई छोटी बड़ी नदियों में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है|
मुख्यमंत्री ने कहा, जिन परिवारों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं उन्हें प्रशासन तत्काल धनराशि उपलब्ध कराए। जिनके मकान नदी की धारा में विलीन हो गए हैं उन्हें भूमि का पट्टा आवंटित करने के साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत एक-एक आवास उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए|
CM योगी ने कहा,;;विगत 15 दिनों से उत्तर प्रदेश और नेपाल में भी भारी बारिश के कारण पूर्वी यूपी के कई जनपदों में बाढ़ की स्थिति है। जनप्रतिनिधियों के मार्गदर्शन में स्थानीय प्रशासन युद्धस्तर पर बचाव व राहत कार्य कर रहा है| प्रदेश में 15-20 जनपद बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं। जनपद सिद्धार्थनगर की भी करीब 02 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। 400 ग्राम पंचायतों में फसलों का भी नुकसान हुआ है
उन्होंने कहा,''प्रत्येक प्रभावित गांव में नाव व हर पीड़ित परिवार को पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। बाढ़ चौकियों की मदद से राहत पहुंचाने व बाढ़ से बचाव करने के सभी उपाय किए जा रहे हैं| राहत व बचाव कार्यों के लिए पर्याप्त धनराशि व संसाधन प्रत्येक जनपद को उपलब्ध कराए गए हैं। बचाव व राहत कार्य में किसी भी प्रकार की कोई कोताही न हो|
उन्होंने कहा,''प्रत्येक प्रभावित परिवार को 10 कि.ग्रा. चावल, आटा, आलू, 05 कि.ग्रा. लाई-चना, 02 कि.ग्रा. दाल, रिफाइंड तेल के साथ-साथ मसाला, नमक इत्यादि आवश्यक घरेलू सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है| किसी बाढ़ पीड़ित का मकान ध्वस्त होने पर तत्काल ₹95,000 उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई है। नदी की धारा में बह गए घर के पीड़ितों को मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित करने के निर्देश दिए गए हैं|