संतकबीरनगर :चार वर्षो की तैनाती के दौरान अवैध कच्ची शराब के हजारों मंडियों को नेस्तानाबूद कर कच्ची शराब के कारोबारियों की कमर तोड़ने वाले जाबांज आबकारी निरीक्षक मनीष सिंह का गैर जनपद तबादला हो गया है। 2016 बैच के आबकारी निरीक्षक मनीष सिंह का स्थानांतरण देवरिया जिले के लिए हुआ है।
मूलतः रायबरेली जिले के रहने वाले मनीष सिंह की जिले में प्रथम तैनाती थी, उनके सामने चुनौती भी बहुत थी, नई नियुक्ति के बाबजूद सिस्टम के अंदर रहते हुए प्रशासन और शासन के उम्मीदों पर खरा उतरते हुए मनीष सिंह ने जिस दिलेरी के साथ कार्य किया वह आने वाले निरीक्षकों के लिए एक चुनौती साबित होगी।जिले के तीनों तहसीलों(खलीलाबाद-धनघटा-मेंहदावल) में बतौर निरीक्षक के पद पर रहते हुए उन्होने कच्ची शराब के सैकड़ो ठिकानों पर छापेमारी कर हजारों मौत की मंडियों को नेस्तनाबूद किया।
जिले के हर कोने में धधकती कच्ची शराब की भट्ठियां आज अगर बुझी हैं तो इसमें सर्वाधिक योगदान मनीष सिंह का ही हैं। गौरतलब हो कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में कच्ची शराब के कारण आये दिन हो रही मौत के मामले में जहाँ कई आबकारी अधिकारी और निरीक्षक नप गए वहीं जिले में तैनाती के शुरुआत से ही इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगाकर जनपद की शान बढाने के साथ शासन की मंशा पर खरा उतरने वाले मनीष सिंह अब देवरिया जिले में स्थानांतरित हो चुके है।
ट्रांसफर होने के बाद अपने संक्षिप्त साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि देवरिया में भी वो संतकबीरनगर मॉडल को लागू कर कच्ची शराब के कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाकर अवैध धंधे का खात्मा करेंगे