संभल: उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द होने पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "जितनी भी परीक्षाएं हुई हैं सभी में पेपर लीक हुए। क्यों लीक हुए? इसकी जांच कराओ। उनके खिलाफ कार्रवाई करो। हमारी नेता प्रियंका गांधी ने भी कहा कि इसकी CBI जांच हो, कार्रवाई हो....परसों एक बच्चे ने आत्महत्या कर ली, पहले उसने अपनी डिग्री जलाई और फिर आत्महत्या कर ली। उस बच्चे ने भी परीक्षा दी थी। राहुल गांधी ने इसलिए कहा कि बच्चे आज अवसाद में हैं और इसी कारण नशे की ओर जा रहे हैं।"
कांग्रेस महासचिव(संचार) जयराम रमेश ने कहा, "राहुल गांधी और प्रियंका गांधी द्वारा 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में उठाए गए (उत्तर प्रदेश) पेपर लीक मुद्दे का असर देखा गया है। परीक्षा रद्द कर दी गई है। सभी को न्याय दिलाने के लिए यात्रा जारी है।"
दरअसल,उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार -24 फरवरी को राज्य के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द कर दी और छह महीने के भीतर दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया है| सरकार ने एसटीएफ को परीक्षा लीक मामले की सख्ती से जांच करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इन भर्तियों को छह माह के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ आयोजित कराए जाने के भी निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि,यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई थी। 60,244 पदों के लिए आयोजित की गई इस भर्ती परीक्षा में करीब 50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जबकि 48 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था,''लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं। और वहां से मात्र 100 किमी दूर वाराणसी में प्रधानमंत्री युवाओं के नाम पर युवाओं को ही बरगला रहे हैं। ठेठ बनारसी अंदाज में कहें तो मोदी जी ‘नानी को ननिहाल का हाल सुना रहे हैं’।
प्रियंका गांधी ने कहा था,''Re-Exam, Re-Exam…. बस एक बार सोच कर देखिए- 50 लाख से अधिक युवाओं ने फॉर्म भरा। ये प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी। 400रू का एक फॉर्म था। 48 लाख एडमिट कॉर्ड जारी हुए। और परीक्षा के पहले पेपर लीक हो गया। क्या बीत रही होगी बच्चों पर? उनके परिवारों पर? ऐसा ही RO Exam में हुआ। पेपर लीक हो गया। यूपी के एक एक गाँव में यह चर्चा हो रही है। सरकार सो रही है। लड़के-लड़कियाँ इलाहाबाद, मेरठ से लखनऊ तक चीख-पुकार-प्रदर्शन कर रहे हैं और Re-Exam की माँग कर रहे हैं। सरकार उन्हें अपमानित कर रही है, लाठियों से पिटवा रही है। कौन कराता है ये पेपर लीक? कैसे होता है ये पेपर लीक? चाँद-मंगल पर जाने वाला हमारा देश एक फुलप्रूफ परीक्षा नहीं करा सकता? जहां एक युवा की मेहनत चोरी न हो, उसके भविष्य पर डाका न पड़े!!
कांग्रेस ने यूपी में भर्ती विधान पेश किया था जिसमें पेपर लीक और भर्तियों में भ्रष्टाचार रोकने के प्रावधान रखे गए थे। पेपर लीक संकट को देखते हुए हमारी मांग है-
◾️हाल में हुई दोनों पेपर लीक की घटनाओं की CBI जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
◾️एक परीक्षा कैलेंडर जारी हो, जिसमें विज्ञापन, परीक्षा, नियुक्ति की तारीखें दर्ज हों और इसका उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाए।
◾️भर्तियों के साथ आरक्षण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक नियुक्त हों।
◾️युवाओं का भरोसा बहाल करने के लिए सभी परीक्षाओं के फॉर्म नि:शुल्क किए जाएं।
◾️परीक्षा देने के लिए युवाओं को फ्री बस और ट्रेन मुहैया कराई जाए।