रायपुर: महात्मा फुले समता पुरस्कार से नवाजे जाने पर आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमान तल पर माता जिजाऊ ग्रुप की महिलाओं और अन्य नागरिकों द्वारा भरपूर उत्साह के साथ स्वागत-अभिनन्दन किया गया। आज शाम मुख्यमंत्री श्री बघेल के विमान तल पर आगमन होते ही महिलाओं ने पुष्पगुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री का सम्मान किया और उन्हें उक्त पुरस्कार से नवाजे जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि ज्योतिबा फुले जी ने जिस समतामूलक समाज की कल्पना की थी, छत्तीसगढ़ की सरकार उसी दिशा में कार्य कर रही है। यह सम्मान पूरे छत्तीसगढ़ का सम्मान है। इस अवसर पर रायपुर नगरपालिक निगम के सभापति श्री प्रमोद दुबे, श्री राकेश धोतरे, सुश्री दिशा धोतरे सहित माता जिजाऊ ग्रुप की अनेक महिलाएं उपस्थित थीं।
समाज के वंचित वर्गों को न्याय दिलाने के असाधारण फैसलों और कार्यों के लिए बघेल को किया गया सम्मानित
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को महाराष्ट्र के पुणे में महात्मा ज्योतिबा फुले की 131वीं पुण्यतिथि पर 'महात्मा फुले समता पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। " पुणे के महात्मा फुले स्मारक ’समता भूमि’ में अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद् द्वारा आयोजित समारोह में परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री छगन भुजबल ने फुले पगड़ी, मानद शाल, सम्मान निधि और स्मृति चिन्ह प्रदान कर ’महात्मा फुले समता पुरस्कार’ से सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि हिन्दुस्तान के पांच हजार साल के इतिहास में साढ़े तीन हजार साल पिछड़ों का राज रहा। लेकिन अंग्रेजों के शासन काल में देश की अर्थव्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गई। ऐसे में महात्मा ज्योतिबा फुले ने समाज सुधार के माध्यम से समतामूलक समाज की स्थापना के लिए कार्य किया। महात्मा फुले सामाजिक क्रांति के अग्रणी नेता थे, तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी राजनीतिक क्रांति के अग्रणी समाज सुधारक थे।
उन्होंने कहा, "मैं महात्मा फुले जी को नमन करता हूं। मैं छगन भुजबल जी का बहुत आभारी हूं जिन्होंने मुझे इस पुरस्कार के योग्य समझा।" श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हम इन्हीं महात्माओं के बताए रास्ते में चल कर सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए काम कर रहे हैं।