रायबरेली: उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की फसल को एमएसपी के रेट पर ख़रीदने का दावा कर रही है वही टारगेट से अधिक गेंहू खरीदने का दावा कर अपनी पीठ थपथपा रही है। लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और भी बयां रही है| रायबरेली के मुख्यालय पर स्थित नवीन गल्ला मंडी में बने गेंहू खरीद केंद्र में किसान को गेंहू खरीद केंद्रों पर अपने गेहूं बेचने के लिए कड़ी मशक्कत के सामना करना पड़ रहा है। गेहूं खरीद के लिए चार दिन पहले टोकन जरूर मिल गया था लेकिन 4 दिन बीत जाने के बाद भी उनके गेंहू की तौलाई नही की गई है।
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के प्रभार वाले जिले रायबरेली में बनाये गए, गेहूं खरीद केंद्रों पर किसानों से ज्यादा बिचौलियों व दलालो का बोलबाला रहता है यही कारण है कि किसानों को 4 दिन पहले टोकन देने के बाद भी उनकी फ़सल की तौलकर करना भी उचित नही समझा गया। बुधवार को ज़िले में हुई बेमौसम तेज बरसात ने किसानों की चिंताये और बढ़ा दी। तस्वीरों में आप साफ देख सकते है किस तरह बारिश में गेंहू ख़रीद केंद्रों पर अपनी फसल को बेचने के लिए टैक्टर-ट्रालियों से लाये गए गेहूं को बारिश से बचाने के लिए किसान तिरपाल से ढ़ककर बचने को कोशिश की जा रही है। उसके बाद भी ट्रैक्टर-ट्राली में लदे गेंहू भी रहे है।
गल्ला मंडी में बनाये गए गेंहू क्रय केंद्र में खरीदे गए गेंहू को रखने की लिए उचित व्यवस्था नही की गई है यही कारण है कि बेमौसम हुई बारिश में किसानों ने खरीदे गए गेहूं बरसात में भीग रहा है गेहूं खरीद केंद्र प्रभारी करन साहू ने बताया कि ठेकेदार बड़ी लापरवाही है वो केंद्र पर गाड़ी नही भेजवा रहे है इसीलिए हम लोग गेहूं ख़रीदने के बाद गोदाम तक पहुचाने में नाकाम है इसीलिए गेंहू बरसात में भीग रहा है।
रिपोर्ट- अभिषेक बाजपेयी