चंडीगढ़: 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव शिरोमणि अकाली दल (शिअद) बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर लड़ेगा। पिछले साल किसानों के मुद्दे पर भाजपा का साथ छोडने वाली पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने मायावती की पार्टी बसपा से गंठबंधन करने का एलान किया है|पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में SAD और BSP के गठबंधन पर अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि,''विधानसभा चुनावों में गठबंधन क्लीन स्वीप करेगा| कैप्टन अमरिंदर सिंह की ज़मानत ज़ब्त होगी|
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि,''BSP और शिरोमणि अकाली दल की सोच एक है। जब 1996 में हमारे बीच गठबंधन हुआ था उसक वक्त हमने क्लीन स्वीप किया था, इस बार भी वही होगा। पहले हमने BSP के साथ गठबंधन पंजाब में आतंकवाद के कारण छोड़ा था। कैप्टन अमरिंदर सिंह की ज़मानत ज़ब्त होगी|
अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि,''हमने भाजपा का साथ इसलिए छोड़ा क्योंकि वह अपनी सोच से भटक गई थी। भाजपा एकतंत्रीय फै़सले लेने लग गई थी। हमने उनसे कृषि बिल नहीं लाने के लिए बोला था लेकिन उन्होंने हमारी नहीं सुनी|
वहीँ मायावती ने कहा कि,''पंजाब में आज शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी द्वारा घोषित गठबंधन एक नया राजनीतिक व सामाजिक पहल है, जो निश्चय ही यहां राज्य में जनता के बहु-प्रतीक्षित विकास, प्रगति व खुशहाली के नए युग की शुरूआत करेगा। इस ऐतिहासिक कदम के लिए लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाए|
बता दें कि,'' भाजपा से गठबंधन तोड़ चुकी शिअद और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन पर चंडीगढ़ पहुंचे बसपा राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा अंतिम मुहर लगा चुके हैं। शनिवार को शिअद मुख्यालय में इस बाबत कोर कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के बाद बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल और बसपा ने गठबंधन किया है| अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल ने प्रेस कांफ्रेंस में शिअद-बसपा गठबंधन की घोषणा की और इसे पंजाब की राजनीति का नया दिन बताया। उन्होंने कहा कि पंजाब की सियासत में यह गठबंधन बड़ा मोड़ साबित होगा। 2022 के बाद भी जितने चुनाव होंगे शिअद, बसपा के साथ लड़ेगी।
बादल ने कहा,''शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव 2022 और उसके बाद के चुनाव साथ लड़ेंगे| यह पंजाब की राजनीति में एक नया दिन है| बादल ने कहा,''117 सीटों में से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 20 सीटों पर और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) शेष 97 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
BSP सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा,''यह एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ गठबंधन किया गया है, जो पंजाब की सबसे बड़ी पार्टी है। 1996 में बसपा और शिअद दोनों ने संयुक्त रूप से लोकसभा चुनाव लड़ा और 13 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की। इस बार नहीं टूटेगा गठबंधन|