प्रयागराज: प्रयागराज के कर्नलगंज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा काजल पांडेय की बेरहमी से हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। छात्रा की हत्या में उसका प्रेमी ही मुख्य अभियुक्त निकला। प्रेमी अमन सिंह राजपूत लड़की पर हमेशा शक करता था। धीरे-धीरे शक से दोनों के रिश्तों में खटास आने लगी। इस बात के सुबूत दोनों के वाट्सएप चैट से मिले हैं। अंत में उसने प्रेमिका को 24 जनवरी को किताब देने के बहाने आईईआरटी के पास जंगल में बुलाया। पहले उसे मारा, रेप किया और बाद में मुंह दबाकर हत्या कर दी। मृतका काजल पांडेय के प्रेमी अमन सिंह व उसके दो साथियों को गिरफ्तार करते हुए अफसरों ने दावा किया कि उसने ही दुष्कर्म के साथ ही नाक-मुंह दबाकर छात्रा की हत्या की। इसके बाद अपने दो दोस्तों की मदद से शव ठिकाने लगाने के लिए दोबारा मौके पर भी गया। छात्रा व सभी आरोपियों के कपड़ों को पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है।
प्रयागराज पुलिस ने बताया कि ,''24 जनवरी को वादी द्वारा अपनी करीब 19 वर्षीय बेटी के अपहरण एवं हत्या किये जाने की आशंका व्यक्त करते हुए पुलिस को तहरीर दी गयी थी, जिस पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर तेज-तर्रार 05 टीमों का गठन किया गया। दिन-रात अथक परिश्रम करते हुए बइश्तवाह अभियुक्त अमन सिंह राजपूत तथा उसके 02 अन्य सहयोगी को हिरासत में लिया गया तथा पूछताछ शुरू की गयी।
80 फीट गहरे कुँए में से बरामद किया गया शव
प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि 'अमन सिंह राजपूत शुरू से ही अपने बयान बदलता रहा परन्तु उसके द्वारा बातचीत के दौरान कुछ ऐसे 'क्लू' दिये गये, जिससे पुलिस ने घटनास्थल के पास बबूल की झाड़ियों के बीच स्थित पुराने कुँए में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया। स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड तथा एस0डी0आर0एफ0 टीमों के संयुक्त कठिन प्रयास से 24/25 जनवरी 2022 की करीब मध्य रात्रि को मृतका का शव करीब उपरोक्त 80 फीट गहरे कुँए में से बरामद कर लिया गया। साथ ही मृतका का बैग भी वहीं से बरामद हुआ। तत्पश्चात 03 डॉक्टरों के पैनेल द्वारा पी0एम0 की कार्यवाही की गयी।
पुलिस ने बताया कि,''इस दौरान पुलिस की एस0ओ0जी0 एवं सर्विलांस टीमों के द्वारा अभियुक्त अमन सिंह राजपूत एवं उसके साथियों की सी0डी0आर0 एनालिसिस गहनता से की गयी। इसमें सभी की भूमिका संदिग्ध पायी गयी। साथ ही तत्काल मृतका के वैजाइनल स्वाब व स्लाइड को परीक्षण के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला, फाफामऊ, प्रयागराज भेज दिया गया।
10 माह पहले ऑनलाइन क्लास से हुई थी दोस्ती
मृतका के पिता (वादी) के बयान, पी0एम0 रिपोर्ट, वैजाइनल स्लाइड एवं वैजाइनल स्वाब की परीक्षण रिपोर्ट तथा सी0डी0आर0 के गहन विश्लेषण द्वारा अमन सिंह राजपूत पर शंका गहराने पर उसे हिरासत में लेकर सख्ती एवं हिकमत अमली के साथ पूछताछ की गयी तो घटना का परतें खुलती गयीं। प्रयागराज पुलिस ने बताया कि अमन सिंह राजपूत पुत्र अपरबल आजमगढ़ का रहने वाला है। अमन और छात्रा दोनों ही ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में एक ही क्लास में पढ़ते थे। 10 महीने पहले ऑनलाइन क्लास में दोनों की दोस्ती हुई थी। दोस्ती धीरे-धीरे मुलाकातों में बदली और फिर दोनों में प्यार हो गया। प्यार परवान चढ़ा और मुलाकातों का दौर शुरू हो गया।
अभियुक्त अमन सिंह राजपूत ने अपने बयानों में बताया कि वह मृतका को पिछले करीब 10 माह से जानता है। वह उसकी क्लासमेट थी और वे दोनों बी0ए0-द्वितीय वर्ष में पढ़ाई करते थे तथा साथ ऑनलाइन क्लास में हिस्सा लेते थे। इसी दौरान दोनों में मोबाइल नम्बरों का आदान-प्रदान किया तथा एक-दूसरे से कॉल एवं चैट के माध्यम से कनेक्ट हो गये।
अमन कुछ महीने बाद ही छात्रा के चरित्र पर शक करने लगा
इसी दौरान दोस्ती बढ़ने पर दोनों ने एक-दूसरे से मिलना-जुलना शुरू कर दिया परन्तु पिछले नवम्बर 2021 से अभियुक्त अमन सिंह राजपूत इस बात की शंका पर कि वह अन्य लड़कों से भी बात करती है, लड़की को गन्दी-गन्दी गालियों देना एवं फटकारना शुरू कर दिया परन्तु लड़की ने उसे समझाया कि वह केवल उसी से बात करती है तथा कॉल एवं चैट जारी रखा, परन्तु अमन सिंह राजपूत बराबर ही शंका करता रहा और लड़की से मन ही मन नफरत करता रहा।
22 जनवरी की रात छात्रा को आईईआरटी के पास जंगल में मिलने को बुलाया
22 जनवरी 2022 की शाम लगभग 06:30 बजे अभियुक्त अमन सिंह ने लड़की को किताब देने के बहाने झांसे से आई0ई0आर0टी0 ग्राउण्ड के पास बुलाया। कुछ देर बातचीत करने के बाद उससे कुछ गोपनीय बातें पूछने के बहाने से बबूल की झाड़ियों में ले गया, परन्तु वहाँ पर पास से गुजरने वाली गाड़ियों के प्रकाश पड़ने के कारण लड़की को और अन्दर झाड़ियों में स्थित पुराने कुँए के पास ले गया।
उसकी सीढ़ियों पर बैठकर उन्होंने बात की। जब अमन ने पुनः लड़की पर शंका जाहिर करना और फटकारना शुरू किया तो लड़की गुस्सा हो गयी और कहने लगी कि तुम मुझे इतनी दूर अंधेरे में लेकर आये हो, तुम्हारी नियत ठीक नहीं लगती, यहाँ से निकलते ही मैं तुम्हें जेल भेजवाकर रहूँगी तथा जोर-जोर से चिल्लाने लगी
बेहोश होने के बाद किया दुष्कर्म
इस पर, अभियुक्त अमन ने लड़की के मुंह पर घूसे से मारना शुरू कर दिया तथा अपने तथा दोनों हाथों से उसका मुँह 03-04 मिनट तक दबाये रखा ताकि वह चुप रहे। कुछ समय बाद लड़की बेहोश हो गयी परन्तु इसके बाद भी अमन ने उसके साथ दुराचार किया तथा उसकी बॉडी को कुँए में फेंकने के लिए झुका ही था कि उसे एक या दो लोगों की आवाजें “कौन है? कौन है? क्या कर रहे हो? पकड़ो" सुनाई देने पर वह मौके से बेतहाशा भाग निकला।
दोस्तों के साथ दोबारा पहुंचा मौके पर
झाड़ियों से निकलने के बाद वह सलोरी पहुंचा तथा अपने साथी दीपक यादव को कॉल कर बुला लिया। दीपक यादव ने अपने साथी निखिल कनौजिया को साथ बुला लिया। अमन इन दोनों को साथ लेकर करीब 08:30 बजे रात्रि को दोबारा घटनास्थल पर गया ताकि तीनों मिलकर लड़की की लाश को वहाँ से हटा दें, परन्तु वे तीनों जब वहाँ पहुंचे तो लड़की की लाश कुँए के पास नहीं दिखी, केवल उसका बैग वहाँ पड़ा मिला, जिसे वही गहरे कुएं में फेंक दिया और वहां से भाग निकले। फिर उस दिन किसी को भी कोई सूचना नहीं दी।
फंस न जाएं इसलिए सहेली को फाेन किया
अगले दिन 23 जनवरी 2022 को मनगढ़न्त कहानी बनाते हुए अमन एवं दीपक यादव द्वारा लड़की की रूम पार्टनर को करीब 11:05 बजे फोन करके पूछा गया कि लड़की कहाँ है? रूम पार्टनर को शक हुआ और लड़की के साथ अनहोनी की आशंका व्यक्त करते हुए उसके पिता को फोन करके बताया गया, जिस पर पिता (वादी) द्वारा कर्नलगंज क्षेत्र में आकर पहले तो लड़की की खोजबीन की गयी, फिर थाना कर्नलगंज पुलिस को सूचना दी गयी।
मुख्य अभियुक्त अमन सिंह राजपूत
इस पूरे प्रकरण में अभी तक की तफ्तीश के मुताबिक अमन सिंह राजपूत मुख्य अभियुक्त है, जिसने न केवल लड़की को धोखे से बुलाया, न केवल उसकी हत्या की बल्कि उसके साथ दुराचार भी किया तथा साक्ष्यों को छिपाया गया। जबकि दीपक यादव एवं निखिल कनौजिया जघन्य घटना की जानकारी होने के बाद भी किसी को सूचित न करने, तथ्यों को छिपाने, अपराधी का साथ देने तथा साक्ष्यों को छिपाने में दोषी पाये गये हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण1.मुख्य अभियुक्त-अमन सिंह राजपूत पुत्र अपरबल सिंह निवासी ग्राम-सिधौना थाना मेहनाजपुर जनपद आजमगढ़। 2.सह अभियुक्त-दीपक यादव पुत्र नरेन्द्र यादव निवासी-पवई लाटपुर थाना सरायमीर जनपद आजमगढ़। 3.सह अभियुक्त-निखिल कनौजिया पुत्र प्रमोद कनौजिया निवासी अमारी थाना सराय लखनसी, जनपद मऊ।
कुएं में किसने फेंका शव?
पुलिस की थ्योरी के मुताबिक, कुछ लोगों के आवाज लगाने पर छात्रा को घटनास्थल पर ही छोड़कर आरोपी अमन भाग निकला था। दोबारा दोस्तों के साथ वहां पहुंचने पर छात्रा नहीं मिली। जिसके बाद तीनों वापस चले आए। सवाल यह है कि छात्रा का शव कुएं में किसने फेंका। पुलिस अफसरों का कहना है कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है। आरोपी इस बाबत कुछ बता नहीं पा रहे हैं। जांच पड़ताल की जा रही है।
सम्पूर्ण बरामदगी का विवरण
1. मृतका का मृत शरीर (करीब 80 फीट गहरे कुँए से)।
2. मृतका का बैग (जिसमें नोट बुक, लेडीज लोवर, दुपट्टा, रूमाल एवं मास्क)
3.अभियुक्तों से कुल 04 अदद मोबाइल फोन (जिसे जॉच के लिए एफ0एस0एल0 भेजा जा रहा है क्योंकि काफी डाटा अभियफकतों द्वारा डिलीट कर दिये जाने की बात बतायी गयी।)