पटना: दरभंगा के केवटी विधानसभा क्षेत्र की मतदान केंद्र संख्या 84, प्राथमिक विद्यालय, धरमपुर (दक्षिणी) से जुड़ा मॉक पोल का लिफाफा स्ट्रांग रूम में होने के बजाय रास्ते में पड़ा मिला| अब इस मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से दोषी अधिकारियों को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है| उन्होंने कहा,''अगर चुनाव आयोग ऐसा नहीं करता है तो फिर चुनाव कराने की रस्म अदायगी भी क्यों..?
राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा,'''मॉक पोल से जुड़े कागजात स्ट्रांग रूम में होने चाहिए थे, रास्ते में पड़े मिले| चुनाव आयोग को इस घटना की गहन पड़ताल कर दोषियों को नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर चुनाव कराने की रस्म अदायगी भी क्यों?
राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने बताया,''एक प्लास्टिक के डिब्बे में डालकर केवटी में फेंका हुआ पाया गया। डिब्बे के ऊपर का सील भी टूटा हुआ है। एक महिला के हाथ यह डिब्बा लगा और उसने इसे सिद्दिकी तक पहुंचाया। सिद्दिकी इसे दिखाते हुए कहते हैं कि मैं केवटी से चुनाव हारा नहीं हूं बल्कि मुझे हराया गया है। यह कागजात सहित मॉक पोल का डिब्बा और लिफाफा बताता है कि बड़ी गड़बड़ी हुई है।
सिद्दिकी यह भी कहते हैं कि केवटी विधानसभा क्षेत्र के वोटों की गिनती 12 से एक बजे के बीच खत्म कर दी गई। जब उन्होंने री-काउंटिंग कराने को कहा तब तक पोलिंग एजेंट और अधिकारी सब जा चुके थे। उन्होंने कहा कि यह चुनाव की प्रक्रिया से जुड़ा बड़ा मामला है जो इस बार के विधानसभा चुनाव में बड़ी गड़बड़ी का पर्दाफाश करता है।
बता दें कि,''विधानसभा चुनाव में इस बार मतदान शुरू होने से एक घंटा पहले मॉक पोल कराने का आदेश दिया गया था। सभी मतदान केंद्रों पर मॉक पोल करने का निर्देश था। मॉक पोल से 50 वोट डालकर एजेंट को दिखाया जाना था कि जिसे वोट पड़ रहा है वह सही जगह पर जा रहा है या नहीं। सभी बटनों की इससे जांच हो जाती है कि मशीन पूरी तरह सही है। इसके बाद इसकी पर्ची को लिफाफा में डालकर डिब्बे में सील कर दिया जाता है। इसे संभाल कर इसलिए रखा जाता है कि चैलेंज करने पर बताया जा सके कि मशीन सही है और वोट सही जगह गया है। ईवीएम मशीन और वीवीपैट को जमा करते वक्त मॉक पोल की पर्ची भी स्ट्रांग रूम में जमा की जाती है।