पटना: अभिनेता व सांसद रविकिशन और सांसद जया बच्चन के बीच बॉलीवुड में ड्रग माफिया को लेकर शुरू हुए विवाद में अब बिहार भााजपा भी कूद गई है। बिहार भाजपा ने कहा कि बॉलीवुड में सक्रिय बाबा-बेबी, मूवी माफिया, ड्रग माफिया और अंडरवर्ल्ड की पोल खुलने से सभी 'मठाधीश' परेशान हैं।
बिहार भाजपा के प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद ने बुधवार को कहा कि सुशांत की मौत पर चुप्पी साधने वाले और 'फर्जी टेसुआ' बहाने वाले भी अब बोल रहे हैं। उन्होंने अभिनेत्री जया बच्चन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, "जया बच्चन को भी बॉलीवुड की थाली में छेद होने से तकलीफ है।
निखिल आनंद ने ट्वीट करते हुए लिखा है Bollywood में सक्रीय बाबा- बेबी, मूवी माफिया, ड्रग माफिया और अंडरवर्ल्ड की पोल खुलने से सभी मठाधीश परेशान हैं। Jaya Bachchan जी बॉलीवुड की थाली में छेद होने से तकलीफ में हैं। सुशांत की मृत्यु पर चुप्पी साधे और फर्जी टेसुआ बहाने वाले भी अब बोल रहे हैं।
निखिल आनंद ने पूछा ,''Jaya Bachchan जी बॉलीवुड के खोखलेपन पर पर्देदारी क्यों करना चाहती हैं? वे उन लोगों के खिलाफ भी सदन में बोलें जो इस देश में रहते- खाते है और दूसरे का गुणगान करते हैं। बतौर समाजवादी पार्टी नेता जयाजी उसी भाषा का प्रयोग कर रही हैं जो अबू आसिम आज़मी का है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस और समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने मंगलवार को राज्यसभा में फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने का मुद्दा उठाया था। अब यह मुद्दा बहुत बड़ा मुद्दा बन गया,जिसके बाद लगातार जया बच्चन निशाने पर है|दरअसल सोमवार को लोकसभा में भाजपा सांसद रवि किशन ने बॉलीवुड में ड्रग्स का मुद्दा उठाया था, जिसपर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन मंगलवार को राज्यसभी में बोल रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने फिल्म इंडस्ट्री के सहारे ही नाम कमाया वो इसे गटर कह रहे हैं।
रवि किशन पर निशाना साधते हुए जया बच्चन ने कहा कि,'ये शर्म की बात है, 'जिस थाली में खाते हैं उसमें छेद करते हैं।'जया बच्चन ने कहा कि,,'' गलत बात है, इंडस्ट्री को सरकार का समर्थन चाहिए| मैं उम्मीद करती हूं कि सरकार इन लोगों को बताए जिन्होंने इससे अपना नाम और प्रसिद्धि कमाई कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना बंद करें| मैं बहुत शर्मिंदा थी कि कल हमारे एक सांसद ने लोकसभा में फिल्म इंडस्ट्री के खिलाफ बोला, जो खुद इंडस्ट्री से हैं। ये शर्म की बात है, 'जिस थाली में खाते हैं उसमें छेद करते हैं।' गलत बात है, इंडस्ट्री को सरकार का समर्थन चाहिए|