पटना : Bihar Political Crisis: जैसे ही नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और गठबंधन से बाहर चले गए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि उन्होंने जनादेश के साथ विश्वासघात किया है। जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुना गया है। बिहार में नई सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार और राजद के तेजस्वी यादव राज्यपाल आवास पहुंचे|
जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार और राजद के तेजस्वी यादव के राज्यपाल से मिलने और नई सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद बिहार भाजपा ने शाम 6 बजे कोर ग्रुप की बैठक बुलाई है।
बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि BJP ने 74 सीट जीतेने के बाद भी वादे के मुताबिक नीतीश कुमार जी को NDA गठबंधन का मुख्यमंत्री बनाया था। यह बिहार की जनता और BJP के साथ धोखा है, जनता के फैसले का उल्लंघन है। बिहार की जनता इसे बर्दाशत नहीं करेगी|
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद जायसवाल ने कहा कि,''हमने NDA के तहत 2020 का चुनाव एक साथ लड़ा, जनादेश जद-यू और बीजेपी को था| हमने अधिक सीटें जीतीं, उसके बावजूद हमने नीतीश कुमार को सीएम बनाया गया। आज जो कुछ हुआ वह बिहार की जनता और भाजपा के साथ विश्वासघात है|
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता आर. के. सिंह ने कहा,'' ये हमारे राज्य का दुर्भाग्य है, 15 साल राजद की सरकार रही, वे (जदयू) पहले भी राजद के साथ गए थे फिर वापस आए, अब फिर से उनके साथ जा रहे हैं। इसमें बिहार की भलाई नहीं नहीं है। ये विकास की नहीं सत्ता की राजनीति हो रही है|
वही,सीपीआई-एमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी जद (यू) ने भी महसूस किया कि भाजपा के साथ गठबंधन में रहना खतरनाक है क्योंकि उसका इरादा क्षेत्रीय दलों को नष्ट करना है।