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नोएडा में नकली रेमडेसिविर बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश: निमोनिया इंजेक्शन पर रेमडेसिविर का लेबल लगा कर बेच रहे थे, 7 गिरफ़्तार

  • by: news desk
  • 09 May, 2021
नोएडा में नकली रेमडेसिविर बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश: निमोनिया इंजेक्शन पर रेमडेसिविर का लेबल लगा कर बेच रहे थे, 7 गिरफ़्तार

नोएडा: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण उत्तर प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। तो वहीं, रेमडेसिविर जैसी जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी भी जोरों पर है| इस बीच नोएडा पुलिस ने जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की हो रही कालाबाजारी का भंडोफोड करते हुए सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में एक मेरठ के सपा नेता और पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर का भांजा मुशीर भी शामिल है।


नोएडा में कल यानी शनिवार देर शाम नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच रहे 7 लोगों को गिरफ़्तार किया गया। नोएडा के ADCP ने बताया, "ये मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े हैं। ये निमोनिया में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन पर रेमडेसिविर का लेबल लगा कर बेच रहे थे। ये 12,000-40,000 में इंजेक्शन बेचते थे।"अभियुक्तों के कब्जे से 2.45 लाख रुपये नकद, 10 रेमडेसिविर इंजेक्शन, 140 नकली लेवल रेमडेसिविर इंजेक्शन, 10 अन्य कंपनी के इंजेक्शन बरामद हुआ है|



पुलिस पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि वो निमोनिया के इलाज में प्रयोग होने वाले इंजेक्शन पर रेमडेसिविर का रैपर लगाकर बेचते थे।


नोएडा पुलिस ने बताया कि सातों अभियुक्तों फोर्टिस अस्पताल के बाहर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने आए थे, जिन्हें सेक्टर-58 पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्त में आए सातों आरोपियों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में कोरोना वायरस के इलाज में प्रयोग होने वाली दवाइयां बरामद की गई। बताया कि ये सातों आरोपी मेडिकल व्यवसाय से जुड़े हैं।





पुलिस ने बताया कि ये लोग निमोनिया में प्रयोग होने वाले एक इंजेक्शन के ऊपर रेमडेसिविर का रैपर लगाकर बेच रहे थे। थाना सेक्टर 58 पुलिस ने मुबीन, सलमान खान, अजरुदीन, अब्दुल रहमान, दीपांशु उर्फ धर्मवीर और बंटी को शनिवार रात को कोरोना वायरस के इलाज में प्रयोग होने वाली दवाओं का कालाबाजारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इनके पास से 9 रेमडिसिवर इंजेक्शन, एक बिना लेबल का इंजेक्शन, 140 रैमडेसिविर इंजेक्शन के नकली रैपर, एक पैकेट में सफेद नशीला पदार्थ और अलग-अलग कंपनियों के इंजेक्शन, 245000 नगद, 10 मोबाइल फोन, दो मोटरसाइकिल, एक स्कूटी, कंप्यूटर, प्रिंटर, सीपीयू और अन्य सामान बरामद किया गया है।


पुलिस ने बताया कि आरोपी एक इंजेक्शन 40 से 45 हजार रुपए में बेच रहे थे। जबकि इसकी असली कीमत 3500 रुपए है। पुलिस ने महामारी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करने के साथ सभी आरोपियों पर धोखाधड़ी की धारा 420 और 470 भी लगाई गई है।




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