भारत के जाने-माने डिजिटल कंटेंट क्रिएटर द वायरल फीवर (TVF) ने पंचायती राज मंत्रालय के साथ मिलकर गांवों के विकास की कहानियां लोगों तक पहुंचाने की खास पहल की है। इस साझेदारी के तहत TVF ने खास वीडियो तैयार किए हैं, जिनमें महिला सशक्तिकरण, खुद के स्रोत से कमाई और तकनीक से होने वाले विकास जैसे अहम मुद्दों को उठाया गया है।
पहला स्केच "असली प्रधान कौन?" TVF के यूट्यूब चैनल पर आ चुका है। ये वीडियो मशहूर सीरीज "पंचायत" की कहानी से जुड़ा है, जो सरकार में औरतों की भागीदारी और गांव के स्तर पर शिकायतों के निपटारे की अहमियत को दिखाता है। इसमें नीना गुप्ता, चंदन रॉय और फैसल मलिक जैसे जाने-माने चेहरे नजर आ रहे हैं, जो मजेदार अंदाज में एक जरूरी मैसेज देते दिखेंगे।
TVF के पहले वीडियो की सफलता के बाद अब दूसरा स्केच "द ड्राइव एंड द डिस्प्यूट" रिलीज़ हो चुका है, जो पर्यावरण संरक्षण और शासन में तकनीक की भूमिका को लेकर है। इस कहानी में फूलेरा गांव में एक वृक्षारोपण कार्यक्रम दिखाया गया है, जहां पंचायत सदस्य विकास और प्रह्लाद पौधारोपण को बढ़ावा देने की कोशिश करते हैं। लेकिन तभी उनके दुश्मन बनराकस उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं। इस मामले की जांच कर रही एक पत्रकार, स्वामित्व लैंड सर्वे स्कीम के तहत तैनात ड्रोन की मदद से गुम हुए पौधों का सच सामने लाती है और बनराकस की साजिश का खुलासा करती है। अंत में बनराकस को 200 नए पेड़ लगाने की सजा मिलती है। इस मज़ेदार स्केच के ज़रिए पंचायत विकास इंडेक्स (PDI) और 'मेरी पंचायत' ऐप के ज़रिए पारदर्शिता और जवाबदेही की अहमियत को शानदार तरीके से दिखाया गया है।
TVF के प्रेसिडेंट विजय कोशी ने इस पहल पर बात करते हुए कहा, "TVF में हम मानते हैं कि अच्छी कहानियां समाज में जरूरी चर्चाओं को आगे बढ़ा सकती हैं। पंचायती राज मंत्रालय के साथ यह साझेदारी हमें ग्रामीण शासन से जुड़ी अहम बातों को एक रोचक और जुड़ाव भरे अंदाज में दिखाने का मौका देती है। ये हमारे लिए खास है क्योंकि ये हमारी भारत सरकार के साथ सबसे खास साझेदारी है। हमें उम्मीद है कि इन स्केच के जरिए हम दर्शकों को न सिर्फ जानकारी देंगे बल्कि उन्हें प्रेरित भी करेंगे, वो भी अपने खास अंदाज में।"