मुज़फ़्फ़रनगर: संयुक्त किसान मोर्चा ने मुज़फ़्फ़रनगर में किसान महापंचायत का आयोजन किया। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मुज़फ़्फ़रनगर में आयोजित किसान महापंचायत में हिस्सा लिया। मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत रविवार को शुरू होने के पहले ही सुबह 10 बजे ही जीआईसी मैदान (GIC Ground) पूरी तरह भर गया है| कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के बीच इस महापंचायत पर सबकी नजरें हैं| इसे किसानों के मिशन यूपी का आगाज करने का संकेत भी माना जा रहा है| नरेश टिकैत, राकेश टिकैत, मेधा पाटेकर, योगेंद्र यादव समेत कई बड़े नेता वहां मौजूद हैं|
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने संकेत दिया है कि मुजफ्फरनगर के बाद यूपी के अन्य मंडलों औऱ जिलों में भी किसानों की इसी तरह महापंचायत हो सकती है, ताकि यूपी चुनाव के पहले किसानों को लामबंद किया जा सके|
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, "ये महापंचायत पूरे देश में होगा। हमें देश बिकने से बचाना है। हमारी मांग रहेगी कि देश, किसान, व्यापार और युवा बचे।"
एक महिला किसान ने बताया,"हम यहां 3 क़ानूनों को वापस कराने के लिए इकट्ठा हुए हैं। PM से हमारा अनुराध है कि इस आंदोलन को 9 महीने हो गए हैं इससे और न बढ़ाएं तथा 3 क़ानूनों को वापस लें।"
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के जीआईसी मैदान में आज किसान महापंचायत जारी है| संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं। माना जा रहा है कि महापंचायत में अगले साल यूपी और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए भी रणनीति बन सकती है। इस महापंचायत में देशभर के 300 से ज्यादा सक्रिय संगठन शामिल हुए हैं। महापंचायत के मंच पर राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव सहित कई अन्य किसान नेता मौजूद हैं।
ADG (क़ानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया,'किसानों की महापंचायत मुज़फ़्फ़रनगर में चल रही है इसे लेकर सभी व्यवस्था की गई हैं। मेरठ ज़ोन के फोर्स के अतिरिक्त PAC की 25 कंपनियां दी गई हैं। आने-जाने वाले लोगों को वहां पर कोई परेशानी ना हो यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है|
प्रशांत कुमार ने बताया,''जहां पर भीड़ है वहां CCTV कैमरे की मदद से हम नज़र रख रहे हैं। आयोजकों से बातें की गई हैं। उनको बोला गया है कि उनके बीच कोई असामाजिक तत्व ना आ जाए जिससे कुछ गड़बड़ी हो। अब तक किसान आंदोलन प्रदेश में शांतिपूर्ण तरह से चला है|