होली पर रमजान के जुम्मे को लेकर संभल सीओ अनुज चौधरी के द्वारा दिए गए बयान पर राजनीतिक सरगर्मियां जहाँ तेज हो गई हैं तो वही अब अनुज चौधरी के पिता चौधरी बृजपाल सिंह का भी एक बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने अपने बेटे संभल सीओ अनुज चौधरी की जान को खतरा बताते हुए सरकार से सुरक्षा की मांग की है साथ ही उन्होंने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पर बोलते हुए कहां है कि जो लफंडर वाला बयान उन्होंने दिया है उस पर वह अपनी गलती माने नहीं तो उन पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
सीओ अनुज चौधरी के पिता चौधरी बृजपाल सिंह की माने तो मुझे एहसास हो रहा कुछ ऐसा ही क्यों इतने बौखला रहे हैं कोई कह रहा है मार दो या कुछ और कर दो इस तरीके के बयान की कोई लफंडर कुछ भी बता रहा है आईएसआई पाकिस्तान तक ये बात जा रही है उग्रवादी भी इस बात को नोटिस कर रहे हैं तो सरकार को चाहिए कि इस पर ध्यान दें इसकी सुरक्षा करी जा और जो यह गलत बोलने वाले हैं इन पर रुकावट करी जा सजय सिंह सांसद पर मैंने मुकदमे की बात की है या तो वह अपनी गलती माने जितने भी अर्जुन अवार्डी हैं जिन्होंने अर्जुन अवार्ड लिया क्या यह अर्जुन अवॉर्ड लेने वाले लफंडर होते हैं जब राष्ट्रपति सम्मानित कर रहे हैं लफंडर तो ऐसे होते हैं जैसे संजय सिंह शराब घोटाले में जेल के अंदर रहा पूरी दिल्ली को बेचकर खा गया लफंडर तो ऐसे होते हैं संभल का कोई भी मुसलमान गलत नहीं बता रहा आपने भी उनके बयान देखे होंगे संभल का कोई मुसलमान नहीं बोल रहा और वह कह रहे हैं कि सीओ साहब ने अच्छा कहा और हम इस बात पर ध्यान देंगे जबकि उन्होंने अपनी नमाज का भी टाइम बदल दिया लेकिन यह जो दूसरे लोग हैं राजनीति चमकाने के लिए पार्टी है विपक्ष की यह चाहते हैं कि किसी तरह संभल में झगड़ा हो जाए दोबारा सीएम साहब ने भी जैसी उसकी लैंग्वेज थी पहलवान की उसे हिसाब से उन्होंने कह दिया यही कहा कि वह तो सीधा सच्चा है एक ही बात पर करो या मारो पहलवानी जब तक लड़ी जब तक भी इसी बात पर रहा झंडा देश का वहां पर उठाता है तो पूरे देश का सम्मान होता है ऐसा नहीं कि वहां पर हिंदुओं का हो रहा मुसलमान का नहीं हो रहा हमारे जो यहां गांव के मुस्लिम भाई हैं हमारे एरिया के के हैं सब हमसे भी ज्यादा प्यार अनुज से करते हैं किसी भी आम मुसलमान से पूछ कर देख लो हमसे भी ज्यादा प्यार यह करते हैं कोई भी इस बात को मन ही नहीं रहा इनमें भी इतना रोष है की संजय सिंह क्या कह गया यह राजनीति है यह रुकनी चाहिए और अपना जो त्यौहार है इसको बड़े आराम से मनाना चाहिए ईद भी आ रही है बकराईद भी आ रही है इस तरीके से तो यह ऐसा करते जा रहे हैं जिससे आगे भी चलकर उनके संघर्ष बढ़ जाए।