मुरादाबाद : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में सोमवार सुबह बड़ा हादसा हुआ है। जिले में मिनी ट्रक और बस की टक्कर में पांच की मौत| मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र में एक बस और पिकअप की टक्कर में 5 लोगों की मौत और कई घायल होने का मामला सामने आया है।
घटना दिल्ली को रामपुर से जोड़ने वाले हाईवे पर हुई। अब तक पांच लोगों की मौत की खबर है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है|थाना मझोला क्षेत्र स्थित नेशनल हाइवे-9 पर डबल डेकर बस और पिकअप में भिड़ंत हो गई। इसके बाद बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। बस में सवार 21 पैसेंजर घायल हुए हैं।
सोमवार सुबह इनोवा सवार पुलिस कर्मी हाईवे पर वाहनों को रुकवा कर चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान पाकबड़ा की ओर से एक पिकअप वाहन आ गया। जिसे पुलिस कर्मियों ने रुकवा लिया। करीब साढ़े छह बजे हिमाचल प्रदेश के नंबर की एक निजी बस आई। जिसे रुकवाने के लिए दो पुलिस कर्मी दौड़े। अचानक सामने आए पुलिस कर्मियों को देखकर बस का चालक स्टेयरिंग से नियंत्रण खो बैठा। जिससे बस पिकअप वाहन में टकराने के बाद पलट गई।
इस हादसे के बाद मनोहरपुर और गिन्नौर दा माफी गांव के ग्रामीण और खेतों में काम कर रहे किसान मौके पर पहुंच गए। इसी बीच चेकिंग करने वाले पुलिस कर्मी इनोवा लेकर मौके से निकल गए। प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि यह हादसा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की लापरवाही के चलते हुआ है। हादसे के बाद पुलिसकर्मी मदद करने के बजाय मौके से भाग निकले।
एसपी सिटी अमित आनंद ने बताया, "एस बस और पिकअप पलट गई है। 5 लोगों की मौत की जानकारी मिली है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। जांच जारी है। "उन्होंने ने बताया कि अभी जांच की जा रही है कि चेकिंग करने वाली टीम कहां की थी। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा रहा है।
मुरादाबाद की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं|
पुलिस वाले चेकिंग कर रहे थे, हादसा देखते ही भाग खड़े हुए
घटना मझोला थाना क्षेत्र में दिल्ली से लखनऊ जाने वाले नेशनल हाइवे-9 पर स्थित जीरो पॉइंट (यहां से मुरादाबाद शहर को रोड जाती है) की है। यहां सुबह 6:15 बजे डग्गामार वाहनों की ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग की जा रही थी। तभी पकबाड़े की तरफ से आ रही पिकअप को पुलिस ने हाथ दिया। जैसे ही पिकअप के ड्राइवर ने गाड़ी स्पीड कम की, पीछे से तेज रफ्तार में आ रही डबल डेकर बस ने पिकअप को टक्कर मार दी। डबल डेकर बस भी अनियंत्रित होकर पलट गई।
टक्कर इतनी तेज थी कि पिकअप कुछ दूर जाकर पलट गई। उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की शिनाख्त पीलीभीत के जाधोपुर पट्टी निवासी सुरेश (35 साल) पुत्र तिलकराम, तेज प्रताप (30 साल) और खाक सराय निवासी सुरेश चंद्र (42) पुत्र रामचंद्र के रूप में हुई है। जबकि बस और पिकअप की चपेट में आने से ट्रैफिक विभाग के सिपाही बृजेश (30 साल) की भी मौत हो गई।
बस में करीब 80 से ज्यादा यात्री सवार थे। जबकि पिकअप में 23 लोग सवार थे। हादसा होते ही मौके पर चेकिंग कर रहे पुलिसवाले लोगों की मदद करने की बजाय भाग खड़े हुए। बाद में थाने की पुलिस पहुंची तो घायलों को अस्पताल ले जाया गया। मौके पर डीएम, एसएसपी भी पहुंच गए।
बस सवार यात्रियों ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस को चेकिंग करता देख बस ड्राइवर घबरा गया क्योंकि बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। उसे लगा कि आरटीओ की चेकिंग चल रही है। उसने बस दौड़ाने की कोशिश की और अनियंत्रित होकर बस पहले पिकअप में जा घुसी फिर डिवाइडर से टकराकर पलट गई।
पीलीभीत के थाना ड्यूरिया कला थाना क्षेत्र के जाधोपुर पट्टी गांव निवासी शिवसागर ने बताया कि पिकअप पंजाब के संगरूर जिला में खेड़ी गांव से आ रही थी। इसमें पीलीभीत के अलग अलग गांवों के 23 लोग सवार थे। यह लोग वहां धान की रोपाई करके घर लौट रहे थे। सभी 23 लोग आपस में रिश्तेदार हैं। इन लोगों संगरूर से पिकअप 23 हजार रुपए किराए पर ली थी। हाइवे पर इस पिकअप को पुलिस ने चेकिंग के लिए रोका था।
पिकअप सवार बबलू गौतम ने बताया कि पुलिस पिकअप चालक से पैसे ले रही थी। तभी पीछे से बस आयी और अनियंत्रित होकर पिकअप में टकराने के बाद पलट गई। पिकअप यात्रियों का कहना है कि पुलिस टीम इसके तुरंत बाद मौके से भाग गई। वहीं, बिसौली थाना क्षेत्र के बंजरिया गांव निवासी वीर सिंह ने बताया कि बस हिमाचल में हरियाणा बॉर्डर से बरेली के लिए चली थी। वीर सिंह दवा कम्पनी में काम करते हैं।