मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के राया थाना क्षेत्र इलाके में यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे लाल रंग के ट्रॉली बैग में आयुषी यादव नाम की युवती की लाश मिलने के मामले का खुलासा हो गया है| मामला ऑनर किलिंग का है| 21 वर्षीय आयुषी यादव दिल्ली के बदरपुर की रहने वाली थी| आयुषी के माता-पिता ने 17 नवंबर को बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी थी| और फिर उसके शव को एक पॉलीथिन में भरकर लाल रंग के ट्रॉली बैग में बंद कर मथुरा में एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड के किनारे फेंक दिया था| पुलिस ने आरोपी पिता और मां को गिरफ्तार कर लिया है|
आयुषी यादव पुत्री नीतेश यादव दिल्ली के बदरपुर के गली नंबर 65 गांव मोड बंद की रहने वाली थी| आयुषी का भरतपुर के रहने वाले दूसरी जाति के छत्रपाल नामक लड़के से अफेयर था| यह लड़का उसके क्लासमेट का रिश्तेदार है| मृतक आयुषी ने अपनी मर्जी से छत्रपाल से 1 साल पहले आर्य समाज मंदिर में शादी की थी| माता-पिता को ये मंजूर नहीं था| इसी बात को लेकर घर में मनमुटाव चल रहा था|
17 नवंबर की दोपहर छत्रपाल को लेकर आयुषी का अपनी मां से झगड़ा हुआ| फिर मां ने नीतेश यादव को झगड़े के बारे में बताया| पहले मां और पिता दोनों ने मिलकर बेटी को समझाने की कोशिश की, लेकिन नहीं मानने पर गुस्से में आए पिता ने लाइसेंस रिवॉल्वर से सीने में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी| इसके बाद शव को घर पर ही रखा गया| 17 नवंबर की रात में पिता कार से ट्रॉली बैग में बेटी की लाश लेकर यमुना एक्सप्रेसवे की तरफ निकला| मथुरा के राया आकर उसने बैग को देर रात फेंक दिया|
18 नवंबर को सुबह 11:00 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि यमुना एक्सप्रेस-वे किनारे बैग पड़ा है, जिसमें खून लगा हुआ है| सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची| ट्रॉली बैग में एक युवती का शव बरामद हुआ है| उस समय युवती की पहचान नहीं हो पाई थी| रविवार, 20 नवंबर को शव की शिनाख्त 21 साल की आयुषी यादव पुत्री नीतेश यादव के रूप हुई| लेकिन मामले का खुलासा नहीं हो पाया|
मृतक युवती के भाई आयुष ने बहन की शिनाख्त की थी| वहीं माता-पिता ने शिनाख्त करने से इनकार कर दिया था| पुलिस ने इस ब्लाइंड केस को सुलझाने के लिए 20 हजार से अधिक मोबाइल फोन को ट्रेस किया और 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले| इसके लिए 14 टीमों का गठन किया गया था|
युवती की पहचान होने के बाद मथुरा पुलिस मृतक आयुषी के घर माता-पिता से पूछताछ करने पहुंची| जहां पुलिस को आयुषी के माता-पिता की बातों से कुछ संदेह हुआ| जिसके बाद बाद में पुलिस ने माता-पिता को हिरासत में ले लिया| रविवार देर रात पूछताछ में पिता ने बेटी की हत्या करने की बात कुबूल की| पुलिस की टीम ने हत्या स्थल पर लाश को ले जाने में इस्तेमाल की गई कार, जिस हथियार से गोली चलाई गई थी, उसे बरामद कर लिया|
गोरखपुर का रहने वाला है आयुषी का परिवार
दिल्ली के बदरपुर मोड़ बंद इलाके में कई सालों से आयुषी का परिवार रहता था| ये लोग मूल रूप से गोरखपुर जिले के सुनारी गांव के रहने वाले हैं| उसके पिता नीतेश यादव काम की तलाश में दिल्ली आ गए थे, जिसके बाद नीतेश यही बस गया और व्यापार करने लगा। उसकी की इलेक्ट्रॉनिक की दुकान भी है| आयुषी बीसीए की छात्रा थी|
अपर पुलिस अधीक्षक (सिटी ) मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया, "18 तारीख को हमें एक लाल सूटकेस में एक लड़की का शव मिला जिसकी पहचान दिल्ली के बदरपुर निवासी के रूप में हुई। युवती की हत्या उसके माता-पिता ने ही 17 तारीख को घर में गोली मारकर कर दी थी। माता-पिता को गिरफ़्तार कर लिया गया है|
उन्होंने बताया, "हत्या में उपयोग गाड़ी, खोखा कारतूस और लड़की का फोन बरामद हुआ है। हत्या का कारण माता-पिता की मर्जी के बिना एक लड़के से शादी करना है। लड़की ने 1 साल पहले आर्य समाज मंदिर में छत्रपाल नामक लड़के से शादी कर ली थी, इस कारण इनके बीच मतभेद होते थे|