मैनपुरी: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा ,“ भगवान राम और रामचरितमानस के खिलाफ कोई नहीं है.. | उन्होंने कहा ,“शनिवार, 28 जनवरी को मैं मंदिर गया तो RSS-BJP के गुंडे आ गए, हमें पता होता BJP गुंडे भेजने वाली है तो हम अपने कार्यकर्ताओं के साथ आते। काला झंडा जब समाजवादी दिखाते हैं तो उन्हें 1 साल के लिए जेल भेजा जाता है|
दरअसल ,,“शनिवार के दिन गोमती नदी के किनारे मां पीतांबरा के मंदिर में चल रहे मां पीतांबरा 108 महायज्ञ में शामिल होने पहुंचे अखिलेश यादव को विरोध का सामना करना पड़ा| बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और काले झंडे भी दिखाए|
अखिलेश यादव ने इसे लेकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला था| उन्होंने कहा कि,“ यहां यज्ञ में शामिल होने आया था मगर भाजपा के पेट में दर्द हो रहा है। मुझे यहां पर कार्यक्रम में जिन लोगों ने बुलाया था, उनको भाजपा और RSS से धमकी मिल रही है। BJP ने यहां गुंडे भेजे कि मैं कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकूं|
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि,“धार्मिक अनुष्ठान में भाजपा के लोगों ने बाधा पैदा की। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मुझे रोकने की कोशिश की। भाजपा के लोगों ने श्रद्धालुओं और भक्तों के साथ धक्का मुक्की की। यज्ञ में शामिल होने के लिए जिन संतों और आयोजनकर्ताओं ने हमें बुलाया था। उन्हें भाजपा और आरएसएस की तरफ से धमकियां मिल रही हैं।
उन्होंने कहा ,“भाजपा अपने को धर्म का ठेकेदार समझती है। हम तो श्रद्धा के साथ गए थे उससे भाजपा को क्यों दिक्कत हो गई। भाजपा वहां उद्दंडता एवं अराजकता के लिए जिम्मेदार है। भाजपा का आचरण किसी भी तरह नैतिक नहीं कहा जा सकता है। वह नैतिक मूल्यों से भटक गई है।
अखिलेश यादव ने कहा था कि भाजपा पिछड़ों और दलितों को शूद्र मानती है। हम सबको शूद्र मानती है। हम धार्मिक स्थान तक जाते हैं। संतों, गुरुओं से मिलते हैं तो भाजपा के लोगों को तकलीफ होती है। मुझे यज्ञ कार्यक्रम में शामिल होने से रोकने के लिए भाजपा ने गुंडे भेजे थे। भाजपा के गुंडों ने हम पर हमला किया। लेकिन भाजपा यह समझ ले कि हम समाजवादी लोग डरने और घबराने वाले नहीं है।
उन्होंने कहा कि,“प्रशासन ने पुलिस और पीएसी यहां से पहले ही हटा ली थी। जो नाम मात्र की पुलिस थी, वह भी मूक दर्शक बनी रही। याद रहे समय बदलता है और भाजपा के लोग भी याद रखें उनके लिए भी इसी तरह की व्यवस्था होगी। सपा प्रमुख ने कहा कि,“भाजपा बेरोजगारी और महंगाई का मुकाबला नहीं कर सकती। इसलिए अपने कार्यकर्ताओं के द्वारा हमारा और हमारे नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन करा रही है। भाजपा किसी के साथ कुछ भी व्यवहार कर सकती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि,“अब समझ में आ रहा है कि मेरी एनएसजी क्यों हटाई गई? सिक्योरिटी क्यों कम की गई। मेरा घर गंगा जल से क्यां धोया गया? क्योंकि हम उनकी नज़र में कुछ और ही है। भाजपा के बिना आरएसएस नहीं, आरएसएस के बिना भाजपा नहीं।